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बाघिन के नरभक्षी बनने की आशंका, एसओपी गठित करने का निर्देश Jamshedpur News

बीते 13 दिनों से वनकर्मियों के साथ ही आम जनता के लिए परेशानी का कारण बनी बाघिन का बीते पांच दिनों से कहीं पता नहीं चल पाया। बाघिन ने अब तक तीन जानवरों को शिकार बनाया।

By Edited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 02:03 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 10:22 AM (IST)
बाघिन के नरभक्षी बनने की आशंका, एसओपी गठित करने का निर्देश Jamshedpur News
बाघिन के नरभक्षी बनने की आशंका, एसओपी गठित करने का निर्देश Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं)। जमशेदपुर वन प्रमंडल के घाटशिला क्षेत्र के जंगल में बीते 13 दिनों से वनकर्मियों के साथ ही आम जनता के लिए परेशानी का कारण बनी बाघिन का बीते पांच दिनों से कहीं पता नहीं चल पाया।

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बाघिन ने अब तक तीन जानवरों को शिकार बनाया। जिसमें एक मवेशी का मृत शरीर, दूसरा लापता तथा तीसरा गंभीर रूप से घायल हालत में मिला। इसके बाद वन विभाग की टीम दिन रात ग्रामीणों के साथ मिलकर पहरा देने में जुटी हुई है। वन विभाग इसलिए परेशान है कि बीते पांच दिनों से बाघिन ने कोई शिकार नहीं किया है, अब आशंका है कि एक-दो दिनों में वह जरुर शिकार करेगा।

इसी से पता चलेगा कि बाघिन कहां है। घाटशिला जंगल में बाघिन को लेकर (एनटीसीए) नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथारिटी ऑफ इंडिया के डिप्टी चेयरमेन ने जमशेदपुर के डीएफओ से बातचीत कर अद्यतन रिपोर्ट लिया। इसके अलावा एनटीसीए ने डीएफओ को (एसओपी) स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर गठित करने का निर्देश दिया।

एनटीसीए के निर्देश पर डीएफओ ने गठित किया एसओपी

(एनटीसीए) नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथारिटी ऑफ इंडिया के आदेश के बाद डीएफओ ने (एसओपी) स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोस्ट्यूर का गठन कर दिया। चेयरमैन - डीएफओ, सदस्य के रूप में पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ का एक प्रतिनिधि, एनटीसीए का एक प्रतिनिधि, पशु चिकित्सक एक, पंचायत प्रतिनिधि एक, लोकल एनजीओ के सदस्य एक तथा संबंधित रेंज के रेंजर शामिल रहेंगे।

बाधिन को बेहोश या शूट करना हो तो एसओपी लेगा निर्णय

एनटीसीए के निर्देश के बाद गठित एसओपी ही जरुरत पड़ने पर बाघिन को पकड़ने, बेहोश करने या शूट करने का आदेश दे सकता है। इस संबंध में डीएफओ डा. अभिषेक कुमार ने बताया कि हालांकि ऐसी नौबत बहुत ही कम आती है। उन्होंने बताया कि यदि बाघिन नरभक्षी बन जाए तो वैसी हालत में उसे बेहोश कर पकड़ने या शूट किया जा सकता है।

7 जनवरी को पहली बार बाघिन की मिली सूचना

पश्चिम बंगाल के बेलपहाड़ी से होते हुए घाटशिला वनक्षेत्र के फूलझोर जंगल में अपने शावक के साथ पहुंची बाघिन का पदचिन्ह सात जनवरी को मिला था। इसके बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया। इसके साथ ही एक मवेशी को बाघिन घायल कर दिया जबकि दूसरे का अब तक पता नहीं चल पाया। इसी बीच बाघिन बासाडेरा जंगल में एक मवेशी को अपना शिकार बना दिया है। मवेशी बासाडेरा निवासी सुमित्रा सिंह का था। घाटशिला के रेंजर दिनेश सिंह ने बताया कि वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद है।


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