टाटा समूह की यह कंपनी पहुंची ऑलटाइम हाई पर, एक साल में दिया 74 फीसद रिटर्न
टाटा समूह की अधिकतर कंपनी इन दिनों अपना बेस्ट फरफॉर्मेंस दे रही है। नमक से लेकर स्टील व सॉफ्टवेयर से लेकर मशाला बनाने वाली इस समूह के सभी कंपनियों के शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सबका ध्यान खींचा टाटा कॉफी के शेयर ने।
जमशेदपुर : टाटा समूह की अधिकतर कंपनी इन दिनों अपना बेस्ट फरफॉर्मेंस दे रही है। नमक से लेकर स्टील व सॉफ्टवेयर से लेकर मशाला बनाने वाली इस समूह के सभी कंपनियों के शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन सबका ध्यान खींचा टाटा कॉफी के शेयर ने। जिसने 20 मई को बीएसई में 2.92 प्रतिशत की बढ़त हासिल की और 183.15 रुपये पर क्लोज हुआ। जबकि कंपनी ने 20 मई को ही 185.50 रुपये के 52 सप्ताह के रिकार्ड ऊंचाई तक भी पहुंचा। जबकि एक साल पहले कंपनी के इस शेयर ने 69.85 के निचले स्तर को भी छुआ था। लेकिन एक वर्ष में ही इस शेयर ने अपने निवेशकों को लगभग तीन गुणा रिटर्न दिया है।
एक साल में 157.37 फीसद की तेजी
एक साल में इस स्टॉक में 157.37 फीसद की तेजी आई है और इस साल की शुरूआत में यह 75 प्रतिशत से अधिक तेजी प्राप्त कर चुका है। 19 मई को यह शेयर 179.05 रुपये पर क्लोज हुआ था लेकिन 20 मई को यह शेयर 1.65 प्रतिशत बढ़कर 180.95 रुपये पर खुला और एक दिन में 185.50 रुपये के 52 सप्ताह की बढ़त भी बनाई। मात्र एक सप्ताह में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्टस की सहायक कंपनी, टाटा कॉफी ने 12 फीसदी का रिटर्न अपने शेयरधारकों को दिया है।
टाटा टी का मार्केट कैपिटल 3421 करोड़ तक जा पहुंचा
कंपनी का मार्केट कैपिटल भी बढ़कर 3421.24 करोड़ रुपये हो गया है। आपको बता दें कि 31 अप्रैल को समाप्त चौथी तिमाही में कंपनी ने 57 करोड़ रुपये का शुद्ध समेकित मुनाफा हुआ है जो पिछली तिमाही के 24 करोड़ रुपये से 139 फीसदी अधिक है। मार्च 2021 को सप्ताह तिमाही आंकड़ों के अनुसार कंपनी के समेकित आय में भी 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष इसी तिमाही में कंपनी की कुल आय 523 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 612 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं, कंपनी ने पूरे वित्तीय वर्ष में 212 करोड़ रुपये का शुद्ध समेकित मुनाफा अर्जित किया है। वहीं, कंपनी की कुल समेकित आय भी पिछले वर्ष के 1987 करोड़ रुपये से 15 फीसदी बढ़कर 2289 करोड़ रुपये हो गई है।
चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच हमने बेहतर किया प्रदर्शन : एमडी
कंपनी के एमडी चाको पी थॉमस का कहना है कि कोविड 19 की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद हमने समग्र रूप से बेहतर प्रदर्शन किया। लॉकडाउन के कारण यूरोप व दूसरे देशों में लॉजिस्टिक की समस्या आई। इसके बावजूद भारत से कॉफी का निर्यात अधिक हुआ। उम्मीद है कि लॉकडाउन खुलने से कई नए आर्डर भी हमें मिलेंगे और हम आसानी से कॉफी देश-दुनिया तक पहुंचा सकेंगे।