इनसे सीखें : ये हैं आदिवासी युवा जिन्होंने बदली समाज की तस्वीर
ये ऐसे आदिवासी युवा हैं जिन्होंने अपनी तकदीर खुद लिखकर समाज में एक नया मुकाम बनाया और दूसरे युवाओं को भी रोजगार देकर सफलता की नई कहानी लिख रहे हैं।
जमशेदपुर, भादो मांझी। आदिवासी समाज में अब तक युवाओं को सिर्फ ठेकेदारी में काम करने वाला समझा जाता था, लेकिन कुछ ऐसे भी युवा हैं जिन्होंने अपनी तकदीर खुद लिखकर समाज में एक नया मुकाम बनाया और दूसरे युवाओं को भी रोजगार देकर सफलता की नई कहानी लिख रहे हैं।
मेसर्स ग्रेस इंटरप्राइजेज के संचालक
2014 में चेन्नई से इंजीनियरिंग करने के बाद कुछ दिन वहां भी नौकरी की, लेकिन मन में अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा थी। वापस शहर आएं और टिक्की से जुड़े और अपना खुद का व्यवसाय मेसर्स ग्रेस इंटरप्राइजेज शुरू किया, जो सिविल कंस्ट्रक्शन, एसी मेंटनेंस व ट्राइबल फूड केटरिंग का काम करती है। वर्तमान में मेरी कंपनी ने 35 युवाओं को नौकरी दी और हम दूरदर्शन गोलमुरी व ऑल इंडिया रेडियों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जल्द ही जुस्को से सिविल कंस्ट्रकशन का वर्क आर्डर मिलने वाला है। अंजन कहते हैं कि शुरू-शुरू में मुझे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन धीरे-धीरे सीखते हुए हर चुनौती पर विजय पा रहे हैं। अच्छा लगता है कि खुद आगे बढ़ग दूसरों को रोजगार दे रहे हैं।
-अंजन एस एक्का
जय लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के संचालक
इतिहास में स्नातक करने के बाद मुङो खुद का व्यवसाय करना था। लेकिन न ही मेरे पास पैसा था और न ही नए लोगों को बैंक लोन देती थी। टिक्की से जुड़ने के बाद पब्लिक प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के तहत अपनी कंपनी स्थापित की और इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट, हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड को स्टेशनरी सामानों की आपूर्ति करने का आर्डर मिला। लेकिन कंपनी चलाने के लिए भी पैसा नहीं मिला तो घर से ही पैसा लगाना पड़ा। लेकिन धीरे-धीरे अब इसमें सुधार हो रहा है। जल्द ही मेरी कंपनी प्रसार भारती और यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसिल) को भी अपनी सेवा देने वाली है।
-प्रीमत सिंह सिरका
एसएंडएस कंस्ट्रक्शन के संचालक
स्नातक करने के बाद परिवार के दबाव के बाद नौकरी छोड़ दिसंबर 2017 में खुद का व्यवसाय शुरू किया। लेकिन कोई भी बैंक हमें आदिवासी जमीन की गिरवी रखकर भी ऋण देने को तैयार नहीं थी। स्वतंत्र रूप से जब कंपनियों में टेंडर डाला तो अनुभव व टर्नओवर पूछे जाने लगे। टिक्की से जुड़ा और पब्लिक प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के तहत सरकारी उपक्रमों में टेंडर डालना शुरू किया। वर्तमान में यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआइएस) में सिविल कंस्ट्रक्शन व मैनपावर सप्लाई का आर्डर मिला। अब तक मेरी कंपनी से 11 स्थायी और 31 अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी दे चुके हैं।
-गोमिया सुंडी
इन युवा उद्यमियों को मिला सम्मान
इन युवा उद्यमियों को ट्राइबल इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा सम्मानित किया गया। रोशन तिर्की, ऋषिराज हांसदा, सुदीप केरकेट्टा, अमित हेम्ब्रम, प्रीतम सिंह सिरका, अंजन एक्का, सूरज टोप्पो, सुरेश बिरवा, प्रीतेश खालको, सुबोध लकरा, सुरेंद्र मुमरू, संतोष सिंह सरदार, गोमिया सुंडी, रोहित कालिंदी, मंगत मांझी, पोटियम केरकेट्टा, शुसेन कालिंदी, अमन जॉन सोरेंगे, रामलाल मोहांती, सुरेंद्र टुडू, जोसेफ कांडिल, राजू मुखी, लक्ष्मी सामंत, समीर एक्का, संदीप केरकेट्टा, समीर कांडुलना, कुंवर शंकर नाग, सौरभ केमल्ले पूर्ति, गंगाराम हेम्ब्रम व वेदनाथ मांडी।
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