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जन सुनवाई में सरायकेला-खरसावां में बिजली दर बढ़ोतरी के आयोग ने दिए संकेत Jamshedpur News

टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) ने सरायकेला-खरसावां में बिजली की दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 08:19 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 08:19 PM (IST)
जन सुनवाई में सरायकेला-खरसावां में बिजली दर बढ़ोतरी के आयोग ने दिए संकेत Jamshedpur News
जन सुनवाई में सरायकेला-खरसावां में बिजली दर बढ़ोतरी के आयोग ने दिए संकेत Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) ने सरायकेला-खरसावां में बिजली की दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। गुरुवार दोपहर झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा कोरोना वायरस के कारण ऑनलाइन जनसुनवाई हुई।

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इसमें सभी कंपनी मालिकों ने दर में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं करने का आग्रह आयोग से किया, लेकिन जन सुनवाई की समाप्ति के पूर्व आयोग के तकनीकी सदस्य आरएन सिंह ने साफ संकेत दे दिए कि जुस्को दूसरी कंपनियों से बिजली खरीदकर उपभोक्ताओं को बेचती है इसलिए विक्रेता-उपभोक्ता के बीच संतुलन जरूरी है। हालांकि बिजली की दर में ज्यादा बढ़ोतरी न हो, इसका भी ख्याल रखा जाएगा।

जुस्को ने दिसंबर 2019 में दिया था बढ़ोत्‍तरी का प्रस्‍ताव

जुस्को ने दिसंबर 2019 में झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग को बिजली की वर्तमान दर में बढ़ोतरी के लिए प्रस्ताव दिया था। गुरुवार को कंपनी की ओर से महाप्रबंधक वीपी सिंह ने कंपनी का वर्ष 2018-19 का ट्रूअप प्लान, 2019-20 का वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा और वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रस्तावित प्लान को पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से दिखाया। इस दौरान उन्होंने 2015-16 में 20.77 करोड़, 2016-17 में 12.64 करोड़, 2017-18 में 0.37 करोड़, 2018-19 में 7.80 करोड़, 2019-20 में 11.92 करोड़ और 2020-21 में कुल 46.76 करोड़ रुपये का रेवेन्यु गैप दिखा रही है। जिसके आधार पर ही कंपनी ने वर्तमान टैरिफ में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।

आर्थिक मंदी व उसके बाद कोराेना के कारण सेल्‍स में 34 प्रतिशत की गिरावट 

वीपी सिंह का कहना है कि पहले आर्थिक मंदी और अब कोरोना वायरस के कारण उनके सेल्स में 34 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन उपकरण रख-रखाव और महंगाई दर के अनुसार कर्मचारियों के वेतन पूर्ववत है इसका नुकसान भी उन्हें उठाना पड़ रहा है। इसलिए उन्होंने आयोग से वर्तमान दर में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को स्वीकृत करने की मांग की, लेकिन विभिन्न कंपनियों के मालिक व आदित्युपर स्मॉल इंडस्ट्री एसोसिएशन की पूरी कमेटी ने बढ़ोतरी प्रस्ताव का विरोध किया। कहा कि वर्तमान बिजली की दर में बढ़ोतरी से कंपनी के अस्तित्व पर संकट आ जाएगा। 

किस उद्यमी ने क्या कहा 

आदित्यपुर क्षेत्र की सभी कंपनियां सीएसआर का निर्वहन करते हुए अपने अस्तित्व को बचाए हुए है। यदि वर्तमान बिजली की दर में बढ़ोतरी होगी तो सभी हमारे लिए हानिकारक होगा। कंपनियां नहीं चल पाएंगी इसलिए टैरिफ में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाए। देश के कई राज्यों ने फिक्सड चार्ज को माफ किया है। झारखंड में भी लॉकडाउन अवधि का फिक्सड चार्ज माफ हो। -इंदर अग्रवाल, अध्यक्ष, एशिया।

जुस्को बता चुकी है कि उसे सेल्स में 32 प्रतिशत की गिरावट आई है। कोरोना के कारण किसी कंपनी के पास बिजनेस नहीं है। जब काम ही नहीं मिलेगा तो बिल कहां से देंगे। अधिकतर कंपनियां पहले ही आर्थिक मंदी से जूझ र ही है। आयोग से आग्रह कि टैरिफ में बढ़ोतरी न हो और दो माह का फिक्सड चार्ज माफ किया जाए। -संतोष खेतान, उपाध्यक्ष, एशिया।

कंपनियों के पास काम नहीं है इसलिए जब कंपनियों के पास काम आएंगे तब बिजली की दर पर पुनर्विचार किया जाए। इसलिए वर्तमान समय में बढ़ोतरी को रद कर दिया जाना चाहिए। -राजीव रंजन, उद्यमी।

कोविड के कारण इंडस्ट्री रसातल में है। अधिकतर कंपनियां बंद है ऐसे में टैरिफ प्रस्ताव को वापस लिया जाए। पहले पावर फैटर 85 प्रतिशत होने पर एक प्रतिशत की छूट मिलती थी जिसे बढ़ाकर अब 90 फीसदी कर दिया गया है इसे पूर्ववत किया जाए। झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने एचटीएसएस उपभोक्ता की वर्तमान दर में 22 फीसदी की कटौती कर रही है। जुस्को भी ऐसी पहल करे। -दीपक डोकानिया, उद्यमी।

कोविड के कारण कंपनियों में 25 प्रतिशत तक काम है। सभी की स्थिति दयनीय है। ऑटो सेक्टर में मंदी खत्म नहीं हुई थी कि कोरोना की त्रासदी शुरू हो गई। ऐसे में फिक्स चार्ज व एनर्जी चार्ज में बढ़ोतरी उचित नहीं। आयोग मार्च 2021 तक फिक्सड चार्ज को माफ करे। तकलीफ के समय जुस्को को सभी कंपनियों को मदद करनी चाहिए। -प्रवीण गुटगुटिया, महासचिव, एशिया।

दो वर्ष में जुस्को को 65 करोड़ का मुनाफा

जनसुनवाई के दौरान चार्टर्ड एकाउंटेंट अशोक बियानी ने जुस्को के प्रस्तावित टैरिफ पर कई सवाल उठाए। कहा कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2019- में 35 करोड़ रुपये का मुनाफा की। जो पिछले वित्तीय वर्ष के 30 करोड़ रुपये मुनाफे से 18 फीसदी ज्यादा है। कंपनी अपने अनुमानित नुकसान के आधार पर टैरिफ में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दे रही है जो अनुचित है। जुस्को के प्रस्तावित टैरिफ में काफी गड़बडिय़ां है इस आधार पर आयोग जुस्को के बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूर नहीं करे। उनके प्रस्ताव की सूक्ष्मता से जांच होनी चाहिए। 

सरायकेला-खरसावां के लिए वर्तमान व प्रस्तावित प्लान वर्तमान  टैरिफ प्रस्तावित टैरिफ 

श्रेणी फिक्सड चार्ज-एनर्जी चार्ज फिक्सड चार्ज-एनर्जी चार्ज

एलटी रुरल

0-100 यूनिट तक : 10 रु. -2.50 रु. 15 रु. - 2.50 रु. 

100 यूनिट से अधिक : 10 रु. -2.50 रु. 15 रु. - 2.65 रु.

एलटी अर्बन 

0-100 यूनिट : 65 रु.-3.00 रु. 75 रु. -3.00 रु.

100 यूनिट से अधिक : 65 रु. - 3.00 रु. 75 रु. - 3.20 रु.

एचटी सीएस रुरल : 10 रु. 2.50 रु.

0-200 यूनिट : 15-2.85

200 से अधिक : 15-2.90 रुपये

एलटी अर्बन : 10-2.50 रु.

0-200 यूनिट तक : 15-2.85 रु.

200 यूनिट से अधिक : 15-2.90 रु.

एलटी अर्बन : 65-3.00रु.

0-200 यूनिट तक : 80-3.40 रु.

200 यूनिट से अधिक : 80-3.60 रु.

डीएसएचटी : 50-2.65-60-3.05 


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