छह साल की बच्ची का शरीर छह माह के शिशु जैसा, जानिए क्या है वजह
चाकुलिया प्रखंड के कुचियासोली पंचायत अंतर्गत सलकागड़िया गांव की भारती टुडू अजीबोगरीब बीमारी से पीड़ित है। छह वर्षीय भारती का शरीर छह माह के शिशु जैसा है। उसका सिर तेजी से बढ़ रहा है शरीर के बाकी अंग जस के तस है।
पंकज मिश्रा, चाकुलिया: चाकुलिया प्रखंड के कुचियासोली पंचायत अंतर्गत सलकागड़िया गांव की भारती टुडू अजीबोगरीब बीमारी से पीड़ित है। छह वर्षीय भारती का शरीर छह माह के शिशु जैसा है। उसका केवल सिर तेजी से बढ़ रहा है, शरीर के बाकी अंग जस के तस है।
भारती न तो चल सकती है और ना ही बैठ सकती है। बस बेजान सी पड़ी रहती है। खाना हो या शौच करना, सब कुछ बिस्तर पर लेट कर ही कर पाती है। मासूम भारती की दशा देखकर किसी भी सहृदय इंसान का कलेजा मुंह में आ सकता है।
भारती के पिता बदन टुडू एवं मां मालती टुडू ने बताया कि जन्म के समय से ही वह अजीबोगरीब बीमारी एवं कुपोषण का शिकार हो गई थी। उसकी स्थिति को देखते हुए बाल विकास विभाग द्वारा उसे कुपोषण उपचार केंद्र यानी एमटीसी भी भेजा गया था। लेकिन वहां स्थिति में सुधार नहीं हुआ। बाद में चिकित्सकों की सलाह पर भारती को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भेजा गया।
कुछ दिन इलाज चला पर कोई फायदा नजर नहीं आया। वहां के चिकित्सकों ने बच्ची को रांची स्थित रिम्स अथवा दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाने की सलाह दी।
लेकिन चार बच्चों के माता-पिता तथा गरीबी से जूझ रहे बदन एवं मालती टुडू के लिए दिल्ली या रांची जाना आसान नहीं था।
लिहाजा उन्होंने घर वापस लौटने का फैसला किया। टुडू दंपति ने बताया कि तीन साल तक बच्ची को आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषाहार मिलता था। बाद में बीमारी एवं विकलांगता के कारण वे उसे आंगनबाड़ी नहीं ले जा सके, जिसके चलते पोषाहार मिलना भी बंद हो गया।
अब थक हार कर उन्होंने मासूम बच्ची को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है।
इस संबंध में क्षेत्र की आंगनबाड़ी सुपरवाइजर सविता सिन्हा ने बताया कि अति कुपोषित श्रेणी में चिन्हित होने के कारण भारती को करीब तीन वर्ष पहले कुपोषण उपचार केंद्र भेजा गया था। लेकिन कुपोषित होने के साथ-साथ वह गंभीर बीमारी से भी पीड़ित थी जिसके चलते उसकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका।
हाइड्रोसेफलस से पीड़ित है बच्ची: डॉ महतो
चाकुलिया सीएचसी के पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुरेश चंद्र महतो ने बताया कि भारती टुडू जिस बीमारी से पीड़ित है उसका नाम हाइड्रोसेफलस है। यह दुर्लभ बीमारी लाखों में किसी एक को होती है। इसमें मस्तिष्क का आकार तेजी से बड़ा होता है जबकि धड़ जस का तस रह जाता है। इसका इलाज भी काफी मुश्किल है। न्यूरो सर्जरी के जरिए ही इस बीमारी से मुक्ति पाया जा सकता है।