टाटा कमिंस यूनियन भंग, स्टीय¨रग कमेटी गठित
जासं, जमशेदपुर : टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन के आपसी विवाद को देखते हुए झारखंड के पूर्व
जासं, जमशेदपुर : टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन के आपसी विवाद को देखते हुए झारखंड के पूर्व मंत्री सह यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। उन्होंने यूनियन की कमेटी को भंग करते हुए यहां स्टीय¨रग कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन तक काम करेगी, समझौते होने के बाद फिर नए सिरे से कमेटी का गठन किया जाएगा। राजेंद्र सिंह ने यह निर्णय यूनियन पदाधिकारियों की बैठक में लिया है। कंपनी के एचआर प्रमुख को लिखे पत्र में राजेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया है कि ग्रेड समझौते तक स्टीय¨रग कमेटी काम करेगी। इस कमेटी में यूनियन के सभी पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। गौरतलब हो कि कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल-19 से होगा। तथा यूनियन चुनाव का तीन साल का कार्यकाल आगामी दो साल बाद पूरा होगा।
स्टीय¨रग कमेटी में ये हैं शामिल :
स्टीयरिंग कमेटी में एहसान अहमद सिराजी, मनोज कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार, अविनाश अनुपम, रामाकांत करुआ, धीरज कुमार सिंह, अंजय कुमार, सीबी पांडेय शामिल हैं।
क्या है विवाद का कारण : यूनियन में बीते दो माह से आपसी विवाद था। इसमें महामंत्री अरुण सिंह के स्थान पर संयुक्त महामंत्री मनोज सिंह को स्थापित कराने की मांग हो रही थी। मनोज कुमार सिंह के साथ यूनियन के ज्यादा मेंबर हैं जबकि अरुण सिंह का पलड़ा हल्का हो गया था। दोनों नेताओं के समर्थक राजेंद्र ंिसह से मिलने कई बार रांची भी गए थे। मनोज सिंह के समर्थक कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई व यूनियन नेताओं को शो-कॉज देने के मामले में बिफरे हुए थे। महामंत्री के कार्यो पर उंगुली उठाते हुए मनोज सिंह ने अपने पद से इस्तीफे दे दिया था। इनसे पूर्व एक पदाधिकारी व एक कमेटी मेंबर भी यूनियन के कार्यो से क्षुब्ध होकर इस्तीफा दिया था।
'यूनियन से पदधारकों को हटाकर नौ सदस्यीय स्टेय¨रग कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी कर्मचारियों के ग्रेड रिवीजन तक काम करेगी। उसके बाद फिर नए सिरे से यूनियन पदाधिकारियों का मनोनयन होगा। यूनियन विवाद समाप्त हो गया है अब सभी मिल-जुलकर काम करने को तैयार हैं'।
-राजेंद्र ंिसंह, अध्यक्ष कमिंस यूनियन