Automobile Sector : विदेशी कार निर्माता कंपनी टेस्ला टाटा पावर से कर रही है ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की बात
Automobile. टेस्ला दक्षिण भारत के कर्नाटक में इलेक्ट्रिक कार निर्माण कंपनी स्थापित करेगी। लेकिन टेस्ला कंपनी इस निर्माण से पहले अपने कार के ग्राहकों को मूलभूत सुविधा देने के लिए पहले देश में इलेक्ट्रिकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने पर फोकस कर रही है।
जमशेदपुर, जासं। देश में इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल (ईवी) वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार ने भी घोषणा कर दी है कि वर्ष 2050 तक देश में पेट्रोल-डीजल के वाहनों के बजाए इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या ज्यादा होगी। इसके कारण कई वाहन निर्माता कंपनियों का भी झुकाव तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में बढ़ा है और वे इसमें तेजी से निवेश भी कर रहे हैं।
केंद्र सरकार पहले ही मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाए हुए है जिसका उद्देश्य विदेशों से आयातित सामान पर आत्मनिर्भरता को कम करते हुए स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देना है। इसी उद्देश्य से विदेशी वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला ने विश्व के सबसे बड़े भारतीय बाजार की ओर रूख किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला ने भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी टाटा पावर से देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल रिचार्ज स्टेशन स्थापित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर बातचीत कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला दक्षिण भारत के कर्नाटक में इलेक्ट्रिक कार निर्माण कंपनी स्थापित करेगी। लेकिन टेस्ला कंपनी इस निर्माण से पहले अपने कार के ग्राहकों को मूलभूत सुविधा देने के लिए पहले देश में इलेक्ट्रिकल चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने पर फोकस कर रही है और इसलिए कंपनी टाटा पावर से बात कर रही है।
टाटा संस ने गठजोड से किया मना
हालांकि, टाटा संस की कार निर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स व जगुआर लैंड रोवर पहले से भारत में स्वदेशी कारों का निर्माण करती है और वह देश में इलेक्ट्रिकल कार के क्षेत्र में फिलहाल और कोई प्रतियोगी नहीं चाहती है। ऐसे में टाटा संस ने टेस्ला के साथ किसी भी तरह का गठजोड़ से इंकार किया है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार यदि टाटा पावर इस प्रोजेक्ट से पीछे हटती है तो टेस्ला दूसरी कंपनियों की ओर देश में इलेक्ट्रिकल व्हीकल इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए रूख कर सकती है।