झारखंड के विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को नहीं मिल रहा पीएचडी इंक्रीमेंट Jamshedpur News
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं साधारण सभा आनलाइन आयोजित हुई। इसमें शिक्षा और शिक्षकीय समस्याओं का निराकरण अविलंब करने का निर्णय लिया गया। साथ ही स्कूल व कालेजों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति...
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं साधारण सभा आनलाइन आयोजित हुई। इसमें शिक्षा और शिक्षकीय समस्याओं का निराकरण अविलंब करने का निर्णय लिया गया। साथ ही स्कूल व कालेजों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। झारखंड में संगठन विस्तार पर अलग से चर्चा हुई।
झारखंड के बारे चाईबासा कामर्स कालेज में कार्यरत महासंघ के प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख एवं कोल्हान विश्वविद्यालय अध्यक्ष डा. विजय प्रकाश ने कहा कि झारखंड में पीएचडी इंक्रीमेंट नहीं दिया जा रहा है। अन्य सभी विश्वविद्यालयों में दूसरे स्टेट में यह दिक्कत नहीं है। यहां नहीं है। यूजीसी के प्रावधानों के अनुसार यह स्पष्ट निर्देश है कि जो पहले से पीएचडी कर चुके हैं, उनके योगदान देने के बाद उन्हें पीएचडी इंक्रीमेंट मिलना है। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना को शिक्षकों के हित में लागू किए जाने की मांग करते हुए कहा कि न्यू पेंशन स्कीम में सरकार द्वारा प्रदत्त राशि जमा नहीं हो रही है।
शिक्षकों एवं छात्रों को कर्तव्य बोध कराएगा महासंघ
महासंघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने वार्षिक कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए सभी से आग्रह किया कि पूर्व निर्धारित अपने सभी कार्यक्रम शीघ्र पूर्ण करें। सदस्यता ही संगठन का आधार है इसे अभियान चलाकर शीघ्र पूर्ण करें। कर्तव्य बोध कार्यक्रम 12 से 23 जनवरी 2021 के बीच कराने का निर्णय लिया गया। इसमें शिक्षकों एवं छात्रों को कर्तव्य बोध कराया जाएगा। गुरु वंदन कार्यक्रम को निचली इकाई तक ले जाएं। दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्म शताब्दी वर्ष में सभी राज्यों में व्याख्यान माला आयोजित हो।
आत्म निर्भर भारत की दिशा में भी कार्य को गति दी जाए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सभी राज्य संगठन अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। आगामी 30-31 जनवरी 2021 को कर्णावती अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्तर की कार्यकारिणी बैठक आयोजित होगी। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. मनमोहन वैद्य का सानिध्य भी प्राप्त होगा। इस बार 'एकात्म मानव दर्शन' विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन फरवरी 2021 के उत्तरार्द्ध के पूर्वार्द्ध में आयोजित होगा।
इसी प्रकार केंद्रीय कार्यकर्ता अभ्यासवर्ग मई-जून 2021 में शिमला में प्रस्तावित है। संगठन के विस्तार हेतु कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए केंद्रीय विद्यालय, नवोदित विद्यालय और उच्च शिक्षा के व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों में भी कार्य विस्तार का लक्ष्य रखा। सभी आयामों और प्रकोष्ठों को और गतिमान किया जाय। 'मानव अधिकार' तथा नारी-भारतीय दृष्टि में पुस्तक के प्रकाशन की जानकारी भी दी गई। 'संगठन की विकास यात्रा' एवं 'परिचय कार्य और विस्तार' तथा स्वर्गीय मुकुंद राव कुलकर्णी के जीवन वृत्त आधारित एक ग्रंथ के प्रकाशन की जानकारी भी दी गई।
शिक्षकों की समस्याओं के समाधान पर होगी आवश्यक पहल
महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष प्रो जगदीश प्रसाद सिंघल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं इसके क्रियान्वयन हेतु अखिल भारतीय स्तर पर महासंघ द्वारा गठित उच्च शिक्षा के 9 एवं विद्यालयी शिक्षा के 5 समूहों को आवश्यक सुझाव देने का आग्रह किया। आपने शिक्षकीय समस्याओं के संबंध में महासंघ द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी भी विस्तार से दी, साथ ही राज्य संगठनों द्वारा रखी गई शिक्षकीय समस्याओं को भी गंभीरता पूर्वक सुना गया तथा उनके समाधान हेतु आवश्यक पहल करने हेतु आश्वस्त किया गया।