Teachers Day 2021: बाबा बैजनाथ सेवा संघ ने मानगो निवासी करीब 200 शिक्षकों को सम्मानित कर बनाई मिसाल, जानिए
गुरुओं का सम्मान करना ईश्वर की पूजा करने के समान है। जमशेदपुर का बाबा बैजनाथ सेवा संघ कोविड-19 के कारण दो वर्षों से लगातार निश्शुल्क यात्रा का कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पा रहा है। आज 200 शिक्षकों को सम्मानित कर रिकार्ड बनाया।
जमशेदपुर, जासं। शिक्षक दिवस के अवसर पर बाबा बैजनाथ सेवा संघ ने मानगो में रहने वाले करीब 200 शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित करके मिसाल कायम की है। संस्था के अध्यक्ष भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि शिक्षक ईश्वर के समान होते हैं। इन्हें जिनका आशीर्वाद मिल जाता है, उसका जीवन संवर जाता है।
मानगो के डिमना रोड स्थित महेंदर मैरेज हॉल में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह का संचालन शिक्षक शंभू कुमार सिंह व शिक्षिका सविता मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के आयोजक बाबा बैजनाथ सेवा संघ के संरक्षक विकास सिंह ने स्वागत भाषण में सभी शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि शिक्षक ईश्वर का प्रतिनिधि होते हैं। इसलिए शिक्षकों का सम्मान करना ईश्वर की पूजा करने के समान है।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया नमन
कार्यक्रम में सबसे पहले पूर्व उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर शिक्षकों ने दीप प्रज्वलित कर उनके चित्र में पुष्प अर्पित किया। सभी शिक्षकों को बाबा बैजनाथ सेवा संघ की ओर से पुष्प, अंगवस्त्र व दीवार घड़ी भेंट किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षक, प्रोफेसर व प्रधानाध्यापक भी शामिल हुए। इस दौरान विकास सिंह ने कहा कि विश्व का इतिहास रहा है कि गुरु के मार्गदर्शन के बिना इस विश्व में कुछ भी संभव नहीं है। गुरुओं का सम्मान करना ईश्वर की पूजा करने के समान है, इसलिए बाबा बैजनाथ सेवा संघ ने कोविड-19 के कारण दो वर्षों से लगातार निश्शुल्क यात्रा का कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पा रहा है। समिति के सदस्यों ने तय किया कि गुरु का सम्मान किया जाए और यह माना जाए कि हम ईश्वर की पूजा कर रहे हैं। कार्यक्रम के आरंभ में शिक्षिकाओं द्वारा वंदे मातरम का गायन किया गया और कार्यक्रम के अंत में सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में विकास सिंह ने डॉक्टर एपी सिंह, पूर्व प्रोफेसर जगदीश मिश्रा, प्रोफेसर पुष्कर बाला, डॉ अशोक सिन्हा, लालबहादुर सिंह, प्रोफेसर यूपी सिंह, डॉक्टर सुशांत सेन, दीपक दत्ता, डॉक्टर संतन प्रसाद, राय शशि भूषण शर्मा, अमर सिंह, छोटेलाल सिंह, विवेकानंद महतो, विरंची महतो, प्रधानाध्यापक ओंकारनाथ सिंह, कृष्णा प्रधान, शंकर लाल, फरत आरा, रफत जहां, डॉ अनिल सिंह, प्रियंका सिंह, रणविजय सिंह, पीके सिंह, डॉ प्रभात सिंह, जवाहर प्रसाद, अशोक चौहान आदि शिक्षक शामिल हुए।