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टायो को पुनर्जीवित करने संघर्ष समिति सहित सामने आई तीन कंपनियां

टायो रोल्स को पुनर्जीवित करने के लिए टायो संघर्ष समिति सहित तीन कंपनियां सामने आई हैं। इनमें इलेक्ट्रो स्टील स्टील्स लिमिटेड झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और जेसी फ्लावर्स एसेस्टस री-कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 02:01 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:21 AM (IST)
टायो को पुनर्जीवित करने संघर्ष समिति सहित सामने आई तीन कंपनियां
टायो को पुनर्जीवित करने संघर्ष समिति सहित सामने आई तीन कंपनियां

जासं, जमशेदपुर : टायो रोल्स को पुनर्जीवित करने के लिए टायो संघर्ष समिति सहित तीन कंपनियां सामने आई हैं। इनमें इलेक्ट्रो स्टील स्टील्स लिमिटेड, झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और जेसी फ्लावर्स एसेस्टस री-कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। सभी ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की कोलकाता बेंच को इस संबंध में प्रस्ताव दिया है।

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टायो रोल्स में अक्टूबर 2016 से उत्पादन बंद है। टाटा स्टील की 54 फीसद हिस्सेदारी वाली इस कंपनी को पुनर्जीवित करने की मांग लंबे समय से कर्मचारी कर रहे हैं। एनसीएलटी की पिछली सुनवाई में कर्मचारियों ने कंपनी को पुनर्जीवित करने का प्लान दिया। वहीं, तीन अन्य कंपनियों ने प्लान देकर टायो रोल्स को चलाने में दिलचस्पी दिखाई है। अब इस मामले में तीन फरवरी को अगली सुनवाई होगी।

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इलेक्ट्रो स्टील व जेबीवीएनएल के प्रस्ताव का करेंगे विरोध

टायो संघर्ष समिति ने घोषणा की है कि वे इलेक्ट्रो स्टील का विरोध करेंगे। क्योंकि, उक्त कंपनी पहले ही दिवालिया होने के कगार पर है। इस कंपनी की सुनवाई पहले ही एनसीएलटी में विचाराधीन है। वहीं, समिति ने बिजली वितरण कंपनी का भी विरोध करने की घोषणा की है। अधिवक्ता आकाश शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बताया कि नए प्रमोटर पुरानी कंपनी की बिजली बिल नहीं ले सकती। जब वह अपना बकाया पैसा नहीं ले सकती तो कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स में रहने का उनका औचित्य क्या है? वे इसका विरोध करेंगे। --- कोट --- टायो रोल्स चले और कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित रहे, इसके लिए ही कर्मचारी लंबे समय से संघर्षरत हैं।

-अजय शर्मा, टायो संघर्ष समिति

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जो प्रमोटर कंपनी चलाना चाहती है चलाए, उससे कर्मचारियों को बहुत खुशी है। कर्मचारियों को रोजगार मिले, उचित मुआवजा मिले। यही हमारी मांग है।

-घनश्याम प्रसाद, कर्मचारी

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हम चाहते हैं कि कंपनी चले। कंपनी को चलाने के लिए जो भी प्रमोटरों आएंगे, कर्मचारी उन्हें हर संभव मदद को तैयार हैं।

-संतोष सिंह, कर्मचारी

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कंपनी खुलेगी तो हमें बहुत खुशी होगी। पुराने प्रबंधन ने कंपनी और कर्मचारियों के भविष्य को पूरी तरह बर्बाद कर दिया।

-जय प्रकाश महतो, कर्मचारी

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कंपनी चले या न चले। मेरी जमीन गई है तो कंपनी को मुझे रोजगार देना होगा। वरना कंपनी मेरी जमीन लौटाए।

- सिद्धू सोरेन, कर्मचारी


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