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अब स्क्रैप के कारोबार में भी उतरेगी टाटा स्टील

Tata Steel. टाटा स्टील प्रबंधन का कहना है कि स्टील एक ऐसा उत्पाद है जिसका सौ प्रतिशत री-साइकिल हो सकता है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 05 May 2019 09:38 AM (IST)Updated: Sun, 05 May 2019 09:38 AM (IST)
अब स्क्रैप के कारोबार में भी उतरेगी टाटा स्टील
अब स्क्रैप के कारोबार में भी उतरेगी टाटा स्टील

निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर। देश में सबसे बड़ी क्रूड स्टील उत्पादक कंपनी टाटा स्टील अब स्क्रैप के भी कारोबार में भी उतरेगी। कंपनी प्रबंधन ने इसके  लिए तैयारी शुरू कर दी है। टाटा स्टील प्रबंधन का कहना है कि स्टील एक ऐसा उत्पाद है जिसका सौ प्रतिशत री-साइकिल हो सकता है। देश भर में निकलने वाले स्क्रैप को पिघला कर फिर से  नया उत्पाद बनाया जा सकता है।

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ऐसे में टाटा स्टील क्रूड स्टील के उत्पादन के बाद स्क्रैप के व्यापार में उतरने को तैयार है। इसके लिए टाटा स्टील प्रबंधन द्वारा रीजनल मेल्टिंग स्क्रैप बिजनेस के नाम से एक ग्रुप तैयार किया जा रहा है जो देश भर में निकलने वाले स्क्रैप के कलेक्शन और प्रोसेसिंग व्यापार पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी। देश में प्रतिवर्ष 25 मिलियन टन स्क्रैप निकलता है और यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। टाटा स्टील अब इस बिजनेस में उतरकर एक बेंचमार्क स्थापित करेगी जो दूसरों के लिए नजीर साबित होगी।

टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई द्वारा हरियाणा के रोहतक में खोली पहली कंपनी, अक्टूबर 2019 से शुरू हो जाएगा उत्पादन। अहमदाबाद, हैदराबाद व मुंबई में भी टाटा की स्क्रैप मेल्टिंग कंपनी खुलेगी। पिछले दिनों कंपनी के मासिक कार्यक्रम, एमडी ऑनलाइन में टाटा स्टील के सीइओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने खुद इसकी आधिकारिक घोषणा की और पूरी टीम को इसके लिए बधाई दी। साथ ही कहा कि स्क्रैप के बिजनेस में उतरना आसान नहीं है लेकिन हमारे पास अवसर है कि हम कैसे इस क्षेत्र में बेहतर कर सकें।

ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन होगा कम

कंपनी प्रबंधन के अनुसार वर्तमान में देश भर में जितनी भी स्क्रैप मेल्टिंग कंपनी है वहां इंडक्शन फर्नेस है। जहां स्क्रैप को गलाने में काफी मात्रा में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। लेकिन टाटा स्टील नई तकनीक से

इलेक्ट्रिक आर्क मेल्टिंग फर्नेस स्थापित करेगी। जिससे ग्रीन हाउस गैस से उत्सर्जन नहीं के बराबर होगा। इससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी मदद मिलेगी। 

खास बातें

-ओडिशा के कलिंगानगर से उत्पादन शुरू होने व भूषण स्टील के अधिग्रहण के बाद देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी हुई टाटा स्टील 

-देश में प्रतिवर्ष 25 मिलियन टन निकलता है स्क्रैप 

-देश भर में लगभग 3000 छोटी कंपनियां हैं जो स्क्रैप को गलाकर करती है री-साइकलिंग 

-टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई द्वारा हरियाणा के रोहतक में खोली पहली कंपनी, अक्टूबर 2019 से शुरू हो जाएगा उत्पादन 

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