Jharkhand: टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन बोले- जीरो दुर्घटना वाले कार्यक्षेत्र का करना है निर्माण
सेफ्टी एक मानसिकता है जिसे हम सभी को आत्मसात करने की जरूरत है। टाटा स्टील में हमने काफी पहले ही सेफ्टी सफर की शुरूआत काफी पहले कर दी है। हम सेफ्टी के क्षेत्र में जो भी कुछ करते हैं उसमें निरंतरता लाने की जरूरत है। आवश्यक सांस्कृतिक परिवर्तन...
जमशेदपुर (जासं) । सेफ्टी एक मानसिकता है, जिसे हम सभी को आत्मसात करने की जरूरत है। टाटा स्टील में हमने काफी पहले ही सेफ्टी सफर की शुरूआत काफी पहले कर दी है। हम सेफ्टी के क्षेत्र में जो भी कुछ करते हैं उसमें निरंतरता लाने की जरूरत है। आवश्यक सांस्कृतिक परिवर्तन लाने के लिए हम सभी को पूरी प्रतिबद्धता और दृढ्ता के साथ इसे अपनाना होगा। यह बातें टाटा स्टील के सीइओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने टाटा स्टील द्वारा आयोजित पहले वर्चुअल एसएचइ एक्सीलेंस अवार्ड कार्यक्रम के दौरान कहीं।
टाटा स्टील के सीइओ टीवी नरेंद्रन ने कहा कि सेफ्टी एक लंबी यात्रा है। हमें जीरो दुर्घटना वाले कार्यक्षेत्र का निर्माण करना है। टाटा स्टील की ओर से प्रतिवर्ष सेफ्टी, स्वास्थ्य व पर्यावरण के क्षेत्र में बेहतर काम या पहल करने वाले विभाग, टीम और कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है। कोविड 19 के कारण पहली बार सेफ्टी हेल्थ एंड इंवायरमेंट अवार्ड का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इस मौके पर बेहतर काम करने वाले कर्मचारियों को ऑनलाइन ही प्रशस्ति पत्र भेजे गए।
बेंचमार्क स्थापित करने के लिए व्यक्तिगत योगदान जरूरी : वीपी
कार्यक्रम के दौरान टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट, (सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनबिलिटी) संजीव पॉल का कहना है कि बेहतर स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण का बेहतर भविष्य को देने के लिए हमारे पास अत्याधुनिक उपकरण और विश्वस्तरीय प्रक्रियाएं हैं। यह हमारी योग्यता, क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं हमें सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण में उद्योग का बेंचमार्क बनाने की दिशा में भी पहल करनी होगी। लेकिन इसके लिए हर टीम और कर्मचारियों से उनका व्यक्तिगत योगदान भी जरूरी है।