MD Online: टाटा स्टील कर्मचारियों की लैप्स होनेवाली छुट्टियां हो कैरी फारवर्ड
टाटा स्टील प्रबंधन ने अगस्त 2021 में सर्कुलर जारी किया जिसमें कर्मचारियों को यात्रा की सशर्त अनुमति मिली। लेकिन वापस आने पर आरटी-पीसीआर से कोविड टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही ड्यूटी ज्वाइंन करने की जानकारी दी गई।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील के कर्मचारियों को (सुपरवाइजर को 30 व कर्मचारियों को 20) वार्षिक छुट्टी मिलती है जो दिसंबर 2021 में लैप्स हो जाएंगी। क्योंकि कोविड 19 के कारण अधिकतर कर्मचारियों ने छुट्टी नहीं ली इसलिए सभी की छुट्टियों को कैरी फारवर्ड किया जाए। टाटा स्टील के मासिक कार्यक्रम एमडी ऑनलाइन के दौरान इक्यूपमेंट मेंटेनेंस सर्विसेज के कमेटी मेंबर आरआर शरण ने यह मांग की।
बकौल आरआर शरण, टाटा स्टील प्रबंधन ने अगस्त 2021 में सर्कुलर जारी किया जिसमें कर्मचारियों को यात्रा की सशर्त अनुमति मिली। लेकिन वापस आने पर आरटी-पीसीआर से कोविड टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही ड्यूटी ज्वाइंन करने की जानकारी दी गई। ऐसे में अति आवश्यक होने पर ही कर्मचारियों ने छुट्टी ली जबकि अधिकतर कर्मचारी कोविड गाइडलाइंस के कारण छुट्टी नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में सभी को उनकी छुट्टियां 31 दिसंबर 2021 को लैप्स (स्वत: समाप्त) होने का डर बना हुआ है। जबकि सुपरवाइजर को 300 से कम और कर्मचारियों को 200 से कम छुट्टी ही जमा रह सकती है नहीं तो आंकड़े से ऊपर होने पर वे रद हो जाएंगे। ऐसे में कंपनी प्रबंधन ने जिस तरह से वर्ष 2020 की छुट्टी लेने की अवधि को दिसंबर 2023 तक बढ़ा दिया है, उसी तरह की सुविधा इस बार भी मिले। आरआर शरण ने प्रबंधन को बताया कि उन्होंने इस मामले को टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के समक्ष भी रखा है। इस पर टाटा स्टील की वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) अत्रेई सान्याल ने आश्वासन दिया कि मामले में विचार किया जाएगा।
प्रदर्शन की की गयी समीक्षा
इससे पहले टाटा स्टील प्रबंधन ने जमशेदपुर सहित कलिंगनगर, टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट, टाटा स्टील बीएसएल, मार्केटिंग एंड सेल्स सहित माइंस व एफएमडी डिवीजन के प्रदर्शन की समीक्षा की। साथ ही एमडी ने बेहतर उत्पादन पर प्रसन्नता जाहिर की।
सोसाइटी कर्मचारियों को मिले स्थायी गेट पास
एमडी ऑनलाइन के दौरान आरआर शरण ने सोसाइटी कर्मचारियों को स्थायी गेटपास देने की मांग की। कहा कि टाटा स्टील कंपनी परिसर के अंदर लगभग 15 सोसाइटी कार्यरत हैं जिसके प्रबंधन व सदस्य कंपनी के ही स्थायी कर्मचारी हैं। लेकिन इन सोसाइटी में कार्यरत कर्मचारियों को वर्तमान में एक वर्ष का ही गेटपास दिया जा रहा है। इसके बाद उन्हें पुलिस व विभागीय वेरीफिकेशन, सेफ्टी ट्रेनिंग सहित मेडिकल की पूरी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। जिससे काफी परेशानी हो रही है। इस पर कंपनी प्रबंधन ने सुझाव पर रिव्यू करने का आश्वासन दिया।
सेफ्टी पर एमडी दिखे नाखुश
एमडी ऑनलाइन के दौरान कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन सेफ्टी के बढ़ते आंकड़ों पर नाखुश दिखे। कहा कि सभी कर्मचारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिज्योर का पालन करें ताकि शून्य दुर्घटना के तहत उत्पादन हो सके।