Tata Steel: चोरी, धोखाधड़ी या हिंसक व्यवहार करने वाले कर्मचारियों को नहीं मिलेगा बोनस
टाटा स्टील में कार्यरत रहे ऐसे कर्मचारी जो चोरी धोखाधड़ी व हिंसक व्यवहार के कारण कंपनी से बर्खास्त किए गए हैं उन्हें वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बोनस नहीं मिलेगा। टाटा स्टील प्रबंधन ने मंगलवार को इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है।
जमशेदपुर (जासं) । टाटा स्टील में कार्यरत रहे ऐसे कर्मचारी जो चोरी, धोखाधड़ी व हिंसक व्यवहार के कारण कंपनी से बर्खास्त किए गए हैं उन्हें वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बोनस नहीं मिलेगा। टाटा स्टील प्रबंधन ने मंगलवार को इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है। कंपनी प्रबंधन द्वारा जारी सर्कुलर के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए कंपनी में 235.54 करोड़ रुपये का बोनस समझौता हुआ है।
बोनस का यह पैसा टाटा स्टील जमशेदपुर वर्क्स सहित ट्यूब डिविजन, ग्रोथ शॉप, कलिंगनगर, मार्केटिंग एंड सेल्स, सीआरसी वेस्ट, सीआरइ रांची, सीआरइ भुवनेश्वर, सीआरइ भुवनेश्वर, माइंस, कोलियरी, एफएएंडएम के कर्मचारियों को बोनस का पैसा मिलेगा। कंपनी के वैसे कर्मचारी जो आइएल-6 में प्रमोट हो चुके हैं वे भी बोनस पाने के हकदार होंगे। कर्मचारियों को 14 नवंबर को बोनस का पैसा उनके बैंक खाते में भेज दिया जाएगा। वहीं, आयकर प्रावधानों के तहत बोनस कीराशि से इनकम टैक्स की कटौती की जाएगी।
1825.37 करोड़ है बोनेसेबल अमाउंट
कंपनी प्रबंधन द्वारा जारी सर्कुलर के तहत कर्मचारियों को 1825.37 करोड़ रुपये का बोनेसेबल एमाउंट होगा। जबकि बोनस की कुल राशि 235.54 करोड़ से कर्मचारी अपने वार्षिक डीए व बेसिक के आधार पर खुद की बोनस राशि निकाल सकते हैं।
मयंक बने चीफ
इधर, टाटा स्टील जामाडोबा ग्रुप के चीफ संक घोष 38 वर्षो की सेवा के बाद पहली जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कंपनी प्रबंधन ने उनके स्थान पर मयंक शंकर को चीफ जामाडोबा ग्रुप की जिम्मेदारी दी है। वे झरिया से काम करते हुए महाप्रबंधक को रिपोर्ट करेंगे। मंगलवार को कंपनी प्रबंधन ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है।