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टाटा स्टील ने शुरू की ओडिशा के अपने खोंदबोंद आयरन व मैगनीज माइंस में यह सुविधा, जानिए

Tata Steel टाटा स्टील ने खोंदबोंद आयरन एंड मैग्नीज माइंस (केआईएमएम) में आठ एमएनटीपीए क्रशिंग और वाशिंग प्लांट का निर्माण किया है। केआईएमएम टाटा स्टील का एक कैप्टिव माइंस है जो ओर एंड क्वैरिज डिवीजन द्वारा संचालित है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 03:09 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 03:09 PM (IST)
टाटा स्टील ने शुरू की ओडिशा के अपने खोंदबोंद आयरन व मैगनीज माइंस में यह सुविधा, जानिए
प्रोसेसिंग प्लांट कच्चे माल की आवश्यकता को करेगा पूरा।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील ने ओडिशा के क्योंझर जिले के अपने जोड़ा आयरन ओर एंड क्वैरीज (ओएमक्यू) डिवीजन में संचालित खोंदबोंद आयरन एंड मैग्नीज माइंस (केआईएमएम) में आठ एमएनटीपीए क्रशिंग और वाशिंग प्लांट का निर्माण किया है। केआईएमएम टाटा स्टील का एक कैप्टिव माइंस है जो ओर एंड क्वैरिज डिवीजन द्वारा संचालित है। टाटा स्टील के सीईओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन और वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मटेरियल) डीबी सुंदर रामम, डिवीजन के महाप्रबंधक अतुल कुमार भटनागर, चीफ प्रोजेक्ट मुकेश रंजन ने संयुक्त रूप से इस सुविधा का उद्घाटन किया।

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टीवी नरेंद्रन ने दी टीम को बधाई

समारोह के दौरान टीवी नरेंद्रन ने कहा कि कंपनी के विकास के अनुरूप कच्चे माल की आवश्यकता के साथ संसाधन, दक्षता, उत्पादकता और प्रौद्योगिकी पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। इस नई उपलब्धि के लिए उनहोंने ओएमक्यू डिवीजन और इंजीनियरिंग विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है।

प्रोसेसिंग प्लांट कच्चे माल की आवश्यकता को करेगा पूरा

टाटा स्टील का यह नया आयरन ओर प्रोसेसिंग प्लांट कच्चे माल की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मदद करेगा। साथ ही कच्चे माल की सुरक्षा भी प्रदान करेगा। सस्टेनेबल माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रियाओं के निर्माण के कंपनी का मूल उद्देश्य के अनुरूप, इस अत्याधुनिक सुविधा में ओर प्रोसेसिंग के लिए नवीनतम टेक्नोलॉजी शामिल है जिससे संसाधनों का कुशल उपयोग होगा और अपव्यय कम होगा।

इस तरह से काम करेगा यह प्लांट

टाटा स्टील का यह नया प्लांट डिवीजन में तीन चरणों वाला क्रशिंग व स्क्रीनिंग शामिल है। ओर यानि अयस्क में प्राकृतिक रूप में मौजूद एल्यूमिना को कम करने के लिए दो रोटरी ड्रम स्क्रबर स्थापित किए गए हैं जो आने वाले ओर के एल्यूमिना को कम कर सकता है और इससे उसकी गुणवत्ता में भी सुधार होगा। स्क्रबिंग स्क्रीन से स्लरी को हाइड्रो साइक्लोन कलस्टर्स के माध्यम से प्रोसेस किया जाता है और इस प्रकार अधिकतम मात्रा में ओर मिलता है और अपव्यय कम होता है। हाइड्रो साइक्लोन से ओवर फ्लो को एक हाई रेटिंग सेटलिंग थिकनर में डाला जाता है जो स्लाइम से प्रोसेस वाहर को वापस हासिल करने में मदद करता है। इससे पानी की बर्बादी को और कम करने के लिए थिकनर से हासिल पानी को पुन: डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इसे प्लांट में फिर से रि-साइकिल किया जाता है। जिससे प्लांट के संचालन के लिए पानी की आवश्यकता भी कम हो जाती है।

पानी का भी हो रहा है संरक्षण

टाटा स्टील अपने खोंदबोंद और इसके आसपास के भूजल चार्जिंग के लिए पहाड़ी ढ़ालों से बह कर आने वाले बारिश के पानी को संग्रहित करने और उसका पुन: इस्तेमाल करने के लिए इन प्लांट रेन वाटर हारवेस्टिंग रिजॉरवॉयर (वर्षा जल संचयन जलाशय) भी बनाया गया है जो पानी की रिकवरी को और बेहतर बनाने के लिए प्लांट के भीतर पेस्ट थिनर सुविधा स्थापित भी की जा रही है। जो उत्पाद भंडार के भीतर उड़ने वाले धूल को भी नियंत्रित करने के लिए प्लांट ड्राई फॉग डस्ट सप्रेसन सिस्टम और वाटर स्प्रिंकलर्स से लैस है।


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