बुर्ज खलीफा के निर्माण में टाटा स्टील की भी लगी है 39 हजार टन स्टील रिबार, जाने क्या है इसकी खास बात
100 साल से अधिक पुरानी कंपनी टाटा स्टील अब वैश्विक स्तर पर अपनी अमिट छाप छोड़ रही है। क्या आपको पता है कि दुनिया के सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में टाटा स्टील का 39 हजार टन रिबार लगा है। जानिए बुर्ज खलीफा की खासियत....
जमशेदपुर : दुबई में दुनिया का सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा के बारे में आप सबने सुना ही होगा। अब तक बॉलीवुड के गानों में भी बुर्ज खलीफा का जिक्र होता है लेकिन क्या आपको ये पता है कि इसके निर्माण में टाटा समूह की दो कंपनियों का भी हाथ है। जी हां... ये दो कंपनियां है टाटा स्टील और वोल्टास कंपनी। आपको बता दें कि आठ अरब डॉलर की लागत से बनी छह साल में निर्मित इस इमारत के निर्माण में टाटा स्टील की ओर 39 हजार टन रिबार का इस्तेमाल हुआ है।
टाटा समूह की टाटा स्टील व वोल्टास ने किया सहयोग
बुर्ज खलीफा में स्विमिंग पुल, मॉल, कॉरपोरेट ऑफिस, थियेटर सहित 76वें फ्लोर पर एक मस्जिद भी है। बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 828 मीटर (2,717 फीट) यानि 168 मंजिला इमारत जितनी ऊंची है और इसे दुबई में 96 किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता है। तो आइए जानते हैं इस इमारत के निर्माण और टाटा समूह के योगदान के बारे में।
दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है बुर्ज खलीफा
आपको बता दें कि बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची इमारत में शुमार है। इस आइकॉनिक स्ट्रक्चर को खड़ा करने में टाटा स्टील के रिबार का इस्तेमाल हुआ है। इस इमारत के निर्माण में 330,000 मिलियन क्यूबिक क्रांकीट का इस्तेमाल हुआ है और इसे 22 मिलियन मानव श्रम घंटे की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया गया है। इस इमारत की सबसे खास बात है कि बुर्ज खलीफा में 4000 मिलियन स्क्वायर कम्पोजिट फ्लोर है जिसे टाटा स्टील के रिबार की मदद से तैयार किया गया है।
वोल्टास की मदद से लगा है एयर कंडीशन
दुबई के तपते रेगिस्तान में बुर्ज खलीफा जैसे इमारत को ठंडा करना भी जरूरी है जिसे चारो तरफ से सूर्य की रोशनी पड़ती हो। इसमें टाटा समूह की एक और कंपनी, वोल्टास ने इस इमारत में एयर कंडीशन की सुविधा दी। इसमें 13 हजार टन एयर कंडीशन सिस्टम लगाया गया है जिसकी मदद से इमारत पूरी तरह से ठंडा रहता है।
अमेरिकी कंपनी ने तैयार किया है डिजाइन
आपको बता दें कि बुर्ज खलीफा इमारत को अमेरिकी कंपनी ने डिजाइन किया है जबकि इस डिजाइन को साउथ कोरिया की कंपनी ने धरातल पर उतारा है।