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Steel Industry: कोरोना महामारी के बाद स्टील इंडस्ट्री का आएगा सुनहरा दौर, बोले टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन

कोरोना महामारी के बाद स्टील इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन काफी आशावान्वित हैं। उन्होंने टाटा स्टील के वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट के बाद शेयरधारकों को संबोधित संदेश में कहा कि कोरोना महामारी के बाद देश में स्टील इंडस्ट्री का भविष्य सुनहरा होगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 05:37 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 06:46 PM (IST)
Steel Industry: कोरोना महामारी के बाद स्टील इंडस्ट्री का आएगा सुनहरा दौर, बोले टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की फाइल फोटो।

जमशेदपुर, जासं। कोरोना महामारी के बाद स्टील इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन काफी आशान्वित हैं। उन्होंने टाटा स्टील के वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट के बाद शेयरधारकों को संबोधित संदेश में कहा कि कोरोना महामारी के बाद देश में स्टील इंडस्ट्री का भविष्य सुनहरा होगा।

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चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी एक हरित अर्थव्यवस्था के बीच अग्रणी बनने का प्रयास करेगी। इसका लक्ष्य विकास का एक बेहतर चक्र बनाना है। कोरोना के बाद इस्पात उद्योग की संभावनाओं के बारे में रणनीतिक कदमों का हवाला देते हुए कहा कि समूह ने हाल के वर्षों में अपनी संरचनात्मक और वित्तीय ताकत को मजबूत करने और भविष्य के अवसरों का भरपूर उपयोग करने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग भी एक ऐसे चरण में प्रवेश कर रहा है, जिसमें मजबूत मांग और भू-राजनीतिक कारकों से बेहतर फैलाव देखने को मिलेगा। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने जो रणनीतिक कदम उठाए हैं, उसने अनिश्चितता और गतिशील परिचालन वातावरण के मुकाबले अपनी लचीलापन सुनिश्चित करते हुए आगे आने वाले अवसरों को पकड़ने के लिए संरचनात्मक और वित्तीय ताकत दी है।

अवसरों को भुनाने की कही बात

जैसा कि हम आने वाले दशक के अवसरों को भुनाने के लिए खुद को स्थिति में रखना जानते हैं। हमारा लक्ष्य शेयरधारकों के लिए विकास और रिटर्न का एक बेहतर चक्र बनाना है। टाटा स्टील ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में रिकॉर्ड समेकित आय दर्ज की। यह कंपनी के प्रदर्शन, स्टील की कीमत, बेहतर उत्पाद और दक्षता बढ़ाने के उपायों से हुआ। वित्त वर्ष 2020-21 में टाटा स्टील ने 71 प्रतिशत साल-दर-साल वृद्धि के साथ 30,892 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक समेकित आय हासिल किया। इस वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 23,748 करोड़ रुपये का अपना उच्चतम मुक्त नकदी प्रवाह भी दर्ज किया। नकदी प्रवाह कार्यशील पूंजी के कुशल प्रबंधन और नकदी पर एक मजबूत फोकस द्वारा संचालित किया गया था। टाटा स्टील का घरेलू परिचालन नकद सकारात्मक होता जा रहा है। टाटा स्टील इंडिया का वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कैश फ्लो सकारात्मक था, जो महामारी को देखते हुए महत्वपूर्ण उपलब्धि कही जा सकती है। कंपनी ने समेकित आय में 50% की वृद्धि के साथ 549 करोड़ रुपये तक रही।

री-साइक्लिंग में रखा कदम

टाटा स्टील इंडिया, टाटा स्टील नीदरलैंड और टाटा स्टील यूके ने स्टील रीसाइक्लिंग के व्यवसाय में कदम रखा है, जिसे उन्होंने उत्सर्जन, संसाधन-उपयोग और ऊर्जा खपत में कम पदचिह्न उत्पादन प्रक्रिया की दिशा में एक निश्चित कदम कहा है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष के दौरान कंपनी ने हरियाणा के रोहतक में अपने स्क्रैप प्रोसेसिंग प्लांट से परीक्षण के लिए लौह स्क्रैप की अपनी पहली कच्ची सामग्री की खेप भेजी। महामारी के बाद के युग में, दुनिया अनिवार्य रूप से अलग होगी।  चंद्रशेखरन ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के साथ कई पारियों को तेज कर दिया है। इससे पार पाने के लिए हमें कई पहलुओं पर काम करना होगा।


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