टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री की दो टूक, प्रबंधन के एनएस ग्रेड का प्रस्ताव मंजूर नहीं jamshedpur News
टाटा मोटर्स वकर्स यूनियन के महामंत्री ने साफ कहा है कि टाटा मोटर्स प्रबंधन का एनएस ग्रेड का प्रस्ताव यूनियन को एकदम मंजूर नहीं है।
जमशेदपुर, जेएनएन। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के महामंत्री ने दो टूक कहा है कि टाटा मोटर्स प्रबंधन ने बाइ-सिक्स कर्मचारियों के स्थायीकरण के लिए न्यू सीरीज ग्रेड (एनएस) का जो प्रस्ताव दिया है, वह यूनियन का मान्य नहीं।
टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने गुरुवार सुबह ग्रेड रिवीजन व बोनस पर यूनियन कार्यालय में कमेटी मीटिंग बुलाई थी। महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच ग्रेड रिवीजन पर वार्ता का दौर तेजी से आगे बढ़ा। लेकिन स्थायीकरण को लेकर प्रबंधन का एनएस ग्रेड का प्रस्ताव उन्हें मंजूर नहीं है। उन्होंने माना कि सबकुछ ठीक नहीं है। प्रबंधन ने जो प्रस्ताव दिया वह यूनियन नेतृत्व को सही नहीं लगा। बुधवार को उन्होंने ऑफिस बियरर की बैठक बुलाकर इसकी जानकारी सभी पदाधिकारियों को दी जा चुकी है। साथ ही लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत वे सभी कमेटी मेंबरों का सुझाव जानने के लिए बैठक बुलाई है।
कमेटी मेंबर एकमत
इस पर सभी कमेटी मेंबरों ने एकमत से कहा कि प्रबंधन ने एनएस ग्रेड का जो स्वरूप दिया है, उसे नहीं माना जाए। उन्होंने कहा कि आप सभी से मिले बहुमूल्य विचार के आधार पर हम प्रबंधन से नए मसौदे पर बातचीत करेंगे। हमारा प्रयास होगा कि कंपनी में इस बार भी बेहतर ग्रेड रिवीजन व बोनस समझौता हो। अंत में धन्यवाद ज्ञापन बीके शर्मा ने दिया।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में अजय भगत, प्रकाश विश्वकर्मा, अनिल कुमार शर्मा, पीके मोहंती, मनोज कुमार सिंह, अली रजा, संजय मिश्रा, मनोज तिवारी, हरि किशोर यादव, प्रदीप राजवार, दीपक दास, मनोज शर्मा, वरूण सिंह, डीके झा, मनोज सिंह, शिवानंद वर्मा, जेके शाह, बीडी नंदी, पीएस मंडल, राजू श्रीवास्तव, करण सहित सभी कमेटी मेंबर व ऑफिस बियरर उपस्थित थे।
सुविधाओं में न हो कटौती, रहेगा प्रयास : अध्यक्ष
अध्यक्षीय संबोधन में गुरमीत सिंह ने कहा कि टाटा मोटर्स में हमारे बुर्जुर्गो ने जो परंपरा स्थापित की है, हम उसे आगे बढ़ाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि कर्मचारियों की सुविधाओं में किसी तरह की कटौती न हो। आप सभी एकता बनाए रखें। निश्चित तौर पर पैसों का उतार-चढ़ाव होता है पर कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाएं बरकरार रखनी होगी। यहीं मूल मंत्र है।
इन बिंदुओं पर आया कमेटी मेंबरों का सुझाव
- बोनस पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हो।
- ग्रेड पर कर्मचारी हित के अन्य मुद्दों पर भी ध्यान दिया जाए।
- स्थायी कर्मचारियों के बेसिक में बढ़ोतरी का प्रयास हो।
- बाइ-सिक्स कर्मचारियों को भी समान कर्मचारियों की तरह बराबर काम मिले।
- स्थायीकरण की परंपरा अनवरत जारी रहे।
- बाइ-सिक्स कर्मचारियों के स्थायीकरण की संख्या में बढ़ोतरी हो।