Automobile sector : टाटा मोटर्स में काम से बैठाए गए हजारों अस्थायी कर्मी Jamshedpur News
ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी की मार टाटा मोटर्स कंपनी के अस्थायी कर्मचारियों पर भी पड़ी है। हजारों कर्मी काम से बैठा दिए गए हैं।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मोटर्स में ब्लॉक-क्लोजर का असर अब सभी जगह दिखने लगा है। स्थायी कर्मी हो या अस्थायी या फिर ठेका मजदूर सभी परेशान दिख रहे हैं। कंपनी का उत्पादन कम होने की वजह से ब्लॉक-क्लोजर लिया जा रहा है। एक ओर क्लोजर के नाम पर जहां कंपनी को बंद कर उसे स्थायी कर्मियों के अवकाश से सामंजस्य किया जा रहा है तो वहीं अस्थायी कर्मियों को काम से बैठा दिया जा रहा है। इधर, कंपनी के अस्थायी कर्मियों को सात दिन के लिए सेपरेशन किया गया है। क्लोजर की बंदी के बाद भी उन्हें काम से बैठाया गया है।
कंपनी के विभिन्न डिवीजनों में अस्थायी कर्मियों के सेपरेशन की सूची जारी की गई है इसमें अधिकतम सात दिनों तक इन्हें काम से बैठाया गया है। बीते 30 जुलाई को एक अधिसूचना जारी हुई है जिसमें अस्थायी कर्मियों की वापसी कब होगी उसका जिक्र नहीं है। टाटा मोटर्स में एक से चार अगस्त तक बंदी है। वहीं कई विभाग में पांच से ग्यारह अगस्त तो कहीं 29 जुलाई से आठ अगस्त तक अस्थायी कर्मियों को काम से बैठाया गया है। जानकारी के मुताबिक कंपनी में करीब पांच हजार अस्थायी कर्मी है, उसमें से एक हजार से ज्यादा का सेपरेशन किया गया है।
कान्वाई में भी दिखा बंदी का असर
टाटा मोटर्स के कान्वाई चालक भी इस बंदी से अछूते नहीं है। कंपनी में कम गाड़ी बनने की वजह सेचालकों को कम चेसिस पहुंचाने को मिल रही हैं। एक दिन में पहले जहां 300 से 400 चेसिस बुकिंग की जाती थी वहीं वह घटकर 100-200 तक हो गई है। सोमवार को कुल 225 चेसिस बुक हुईं।
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