टाटा मोटर्स में ब्लॉक क्लोजर की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव, प्रबंधन ने यूनियन को भेजा मसौदा Jamshedpur News
आर्डर कम मिलने की वजह से टाटा मोटर्स में ब्लॉक क्लोजर का सिलसिला जारी है। कंपनी प्रबंधन ने एकबार फिर ब्लॉक क्लोजर अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव यूनियन को दिया है।
जमशेदपुर , जासं। टाटा मोटर्स में एक वित्तीय वर्ष में होने वाले 39 दिनों के ब्लॉक क्लोजर की अवधि और बढ़ेगी। कंपनी प्रबंधन ने अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को दिया है। टाटा मोटर्स में पूर्व में एक वित्तीय वर्ष में 18 दिनों का ही ब्लॉक क्लोजर लिया जाता था। क्लोजर की अवधि में कंपनी प्रबंधन स्थायी कर्मचारियों को आधे दिन का ही वेतन देता है जबकि आधे दिन का वेतन कर्मचारियों की छुट्टी से समायोजित होती है। इसके लिए उन्हें आवेदन देना पड़ता है।
पहले भी बढ़ चुकी है अवधि
31 दिसंबर 2017 को कंपनी में हुए वेतन समझौते के समय प्रबंधन और यूनियन के बीच क्लोजर की अवधि को 18 से बढ़ाकर 24 दिनों का किया गया था। 19 अगस्त 2019 को ही कंपनी प्रबंधन और यूनियन के बीच हुए समझौते के बाद फिर से क्लोजर की अवधि में 15 दिनों का इजाफा कर उसे 39 दिन कर दिया गया था। अब प्रबंधन ने फिर से क्लोजर की अवधि में बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया है।
अबतक हो चुका 38 ब्लॉक क्लोजर
कंपनी प्रबंधन ने मंदी व बाजार में डिमांड में कमी के कारण एक वित्तीय वर्ष में अब तक 38 ब्लॉक क्लोजर ले चुका है। वहीं यूनियन नेतृत्व का कहना है कि वे छठ पूजा के बाद क्लोजर की अवधि बढ़ाने को लेकर ऑफिस बियरर की बैठक में विचार करेगी।
आज से फिर से ब्लॉक क्लोजर
टाटा मोटर्स प्रबंधन ने गुरुवार 31 अक्टूबर से दो नवंबर तक फिर से ब्लॉक क्लोजर की घोषणा की है। तीन नवंबर को रविवार होने के कारण कर्मचारियों का साप्ताहिक अवकाश है। ऐसे में कंपनी अब सोमवार चार नवंबर को ही खुलेगी। पिछले ब्लॉक क्लोजर के बाद बुधवार को कंपनी खुली और सामान्य दिनों की तरह काम हुआ।
नवंबर में भी आर्डर कम
यूनियन नेतृत्व के अनुसार नवंबर में भी टाटा मोटर्स के पास आर्डर कम है। पहले कंपनी में एक माह में 4000 से 4500 वाहनों का औसतन आर्डर होता था। वह बाजार में डिमांड की कमी के कारण घट कर 1500 से 2000 के बीच ही रूक गया है।