Automobile : टाटा मोटर्स का उत्पादन बढ़ा, काम पर लौटे कर्मचारी
टाटा मोटर्स में उत्पादन बढ़ गया है। पहले जहां एक दिन में 50 वाहन बनते थे वहीं अब एक दिन में 150 से ज्यादा वाहन बनाए जा रहे हैं। दो दिन पहले तक 200 तक गाड़ियां बनी थी। लेकिन इधर रॉ-मेटैरियल की कमी हैं।
जमशेदपुर,जासं। टाटा मोटर्स में उत्पादन बढ़ गया है। पहले जहां एक दिन में 50 वाहन बनते थे वहीं अब एक दिन में 150 से ज्यादा वाहन बनाए जा रहे हैं। दो दिन पहले तक 200 तक गाड़ियां बनी थी। लेकिन इधर रॉ-मेटैरियल की कमी की वजह से मांग के बावजूद कम वाहन बन रहे हैं।
बीते माह तीन हजार से ज्यादा गाड़ियां बनी है। लेकिन इधर चालू माह में सात हजार से ज्यादा वाहन बनाने का शिड्यूल है। वहीं अगले महीने यह आंकड़ा और ज्यादा होने की पूरी उम्मीद है। इधर सेना के लिए भी वाहन बनाए जा रहे हैं। अगले महीने में भी आर्मी गाड़ी बनाने का ऑर्डर मिला है।
काम पर लौटे अस्थायी कर्मी
लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित कंपनी के अस्थायी कर्मी हुए हैं। कोरोना की वजह से कंपनी में बहुत कम उत्पादन हो रहा था। ऐसे में सिर्फ स्थायी कर्मियों को ही ड्यूटी मिलती थी। 55 साल से ज्यादा उम्र वाले अस्थायी व स्थायी करीब 300 कर्मचारी को काम से बैठाया गया था। इन सभी कर्मचारियों की वापसी हो गई है। सभी पूर्व की तरह अपने-अपने डिवीजन में काम करने लगे हैं। वहीं अस्थायी कर्मियों की वापसी भी धीरे-धीरे होने लगी है। बहुत कम अस्थायी कर्मी हैं, जो काम पर नहीं लौटे हैं वे अगले माह से काम करने लगेंगे।
सीटीआर, हीट ट्रीटमेंट आदि विभागों में रात्रि पाली में काम
कोरोना को लेकर कंपनी में बी व सी शिफ्ट में काम बंद हो गया था। सिर्फ ए पाली में ही काम हो रहा था। लेकिन अब बी पाली में सभी जगह काम हो रहा है। वहीं रात्रि पाली में भी धीरे-धीरे काम शुरू है। कंपनी के सीटीआर, हीट ट्रीटमेंट आदि विभागों में काम शुरू है। बहुत जल्द सभी जगह रात्रि पाली में काम होने लगेगा।