Corona Lockdown Effect: टाटा मोटर्स का उत्पादन घटा, सड़क पर आए कान्वाई चालक
Corona Lockdown Effect टाटा मोटर्स से सामान्य दिनों में पहले एक दिन में चार सौ तक वाहन डिस्पैच होता था जो इधर कोरोना की वजह से घटकर दो सौ के नीचे आ गया है। यहीं कारण है कि कान्वाई ड्राइवरों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मोटर्स द्वारा निर्मित वाहनों को देश के कोने-कोने में पहुंचाने वाले कान्वाई चालक अब सड़क पर आ गए हैं। वाहनों का उत्पादन होने के बाद उसे उसके गंतब्य तक पहुंचाने का काम हजारों कान्वाई ड्राइवर करते हैं। टाटा मोटर्स के 975 सूवीबद्ध कान्वाई चालक हैं तो तीन हजार से ज्यादा प्राइवेट चालक भी होंगे।
ये सूचीबद्ध चालकों के नाम पर उसकी गाड़ियां विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाते हैं। इधर, कंपनी का उत्पादन 50 फीसद से कम हो गया है। ऐसे में सूचीबद्ध कान्वाई चालकों को भी बुकिंग नहीं हो पा रही है, तो गैर सूचीबद्ध चालकों का क्या होगा। अब उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
ट्रांसपोर्टरों के यहां काम करते हैं कान्वाई ड्राइवर
टाटा मोटर्स के वाहनों को टेल्को ट्रांसपोर्ट कंपनी एसोसिशन (टीटीसीए) के माध्यम से बुकिंग कर उसे उसके गंतब्य तक भेजा जाता है। टीटीसीए के अंतर्गत ग्यारह ट्रासंपोर्ट हैं, जो बुक किए गए वाहनों को सूचीबद्ध चालकों के अलावे गैर सूचीबद्ध चालकों से भी चेसिसों को दूसरे प्रदेश तक पहुंचाने के लिए भेेजते हैं। इधर कोरोना को लेकर कंपनी बराबर बंद रही रहती है। रॉ-मैटेरियल दूसरे प्रांत से नहीं आ रहे हैं। यहीं कारण है कि वाहनों का उत्पादन घट गया है। ऐसे में इसका सीधा असर चालकों पर पड़ रहा है। जब गाड़ी कम बनेगी तो उसे पहुंचाने वालों की संख्या कम हो जाएगी। पहले एक दिन में चार सौ तक वाहन डिस्पैच होता था जो इधर घटकर दो सौ के नीचे आ गया है। यहीं कारण है कि कान्वाई ड्राइवरों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है।