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Lockdown : टाटा मोटर्स खुलने को तैयार, सरकारी आदेश का इंतजार Jamshedpur News

Lockdown. 15 अप्रैल से टाटा मोटर्स कंपनी में उत्पादन शुरू करने का खाका तैयार है। बस प्रबंधन को सरकारी आदेश का इंतजार है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 14 Apr 2020 07:57 AM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2020 07:57 AM (IST)
Lockdown :  टाटा मोटर्स खुलने को तैयार, सरकारी आदेश का इंतजार Jamshedpur News
Lockdown : टाटा मोटर्स खुलने को तैयार, सरकारी आदेश का इंतजार Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  Lockdown जमशेदपुर स्थित टाटा मोटर्स का मदर प्लांट लॉकडाउन समाप्ति के बाद खुलने के लिए पूरी तरह तैयार है। 15 अप्रैल से उत्पादन शुरू करने के लिए खाका तैयार है। इसके लिए डिविजनवार कुछ कर्मचारियों को बुलाने की खबर भी भेजी जा रही है। कंपनी को सिर्फ राज्य व केंद्र सरकार के आदेश का इंतजार है।

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कंपनी के निकट कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके नामों की सूची तैयार की गई है। कंपनी में स्थायी कर्मचारियों की संख्या 5400 और अस्थायी कर्मचारियों की संख्या करीब 4500 है। इनके अलावा पांच हजार से ज्यादा ठेका मजदूर काम करते हैं। ऐसे में महज 20 से 25 फीसद कर्मचारियों से ही काम कराना है। शारीरिक दूरी बनी रहे इसके लिए जहां विभाग में 20 कर्मचारी काम करते थे, वहां चार से पांच की ही ड्यूटी रहेगी। कर्मचारियों को एक समान काम देने लिए रोटेशन पर बुलाने की योजना है।

एक कर्मचारी दो शिफ्ट में कर सकते काम

संभव है एक कर्मचारी लगातार दो पाली में काम करेंगे, ताकि एक बार घर से निकलने के बाद वह दूसरे का काम भी कर सकें। फिर दूसरे दिन उस कर्मचारी को अवकाश मिले। कंपनी की दो मेन गेट और कैंटीन गेट ही खोले जाएंगे। एक साथ दूरी बना कर पांच-पांच कर्मचारियों का आना जाना रहेगा। कंपनी में पहले एक दिन में 400 वाहन बनाए जाते थे। वैश्विक मंदी की वजह से यह उत्पादन घट कर 200 से 300 तक पहुंच गया था। अब अगर उत्पादन शुरू हुआ तो पहले इसी अनुपात में एक दिन में 200 तक गाड़यिां बनाई जाएंगी। कंपनी में सात से दस दिन का कच्च माल उपलब्ध रहता है। किसी कारण से बाहर से माल नहीं आया तो रखे माल से उत्पादन कार्य किया जाता है।

ये कहता कंपनी प्रबंधन 

कंपनी खोलने की पूरी तैयारी है। लेकिन, अब सब कुछ सरकार के आदेश पर निर्भर करता है। सरकार का जो भी गाइडलाइन होगा उसका अक्षरश: पालन होगा। काम के दौरान कर्मचारियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। उनके लिए मॉस्क अनिवार्य किया गया है। सभी जगह सैनिटाइज हुआ है। कैंटीन में खाने के समय निश्चित दूरी पर बैठना है।

टाटा स्टील जुटाएगी 10 हजार करोड़

 टाटा स्टील नॉन कंवर्टेबल डिवेंचर (एनसीडी) की मदद से दस हजार करोड़ रुपये जुटाएगी। कंपनी उक्त राशि से बैंक कर्ज की अदायगी व लाकडाउन में ऑपरेशन सुचारू रूप से चलता रहे, इसके लिए उपयोग करेगी। सोमवार को मुंबई में हुए टाटा स्टील बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। टाटा स्टील ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी दे दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों लाकडाउन को देखते हुए बाजार में पैसे की तरलता बढ़ाने के लिए देश की विभिन्न कंपनियों को एक लाख करोड़ रुपये लिक्विड मनी देने पर विचार कर रही है। दे रही है। इससे कंपनियों के वित्तीय प्रणाली में भी स्थिरता आएगी। वर्तमान में टाटा स्टील का सकल ऋण 1,09,867 करोड़ रुपये है जबकि शुद्ध सकल ऋण 1,04,828 करोड़ रुपये है।


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