Automobile sector : टाटा मोटर्स में बढ़ा ब्लॉक-क्लोजर का समय, जानिए क्या हुई नई व्यवस्था
टाटा मोटर्स में अब कुल 39 दिन का ब्लॉक-क्लोजर लिया जा सकता है। पहले एक वर्ष में 24 दिन क्लोजर लेने का प्रावधान था
जमशेदपुर, जासं। अब टाटा मोटर्स में और 15 दिन ब्लॉक-क्लोजर लिया जा सकता है। अब तक एक वर्ष में 24 दिन क्लोजर लेने का प्रावधान था। अब उसमें और 15 दिन बढ़ा दिया गया है। इस प्रकार वित्तीय वर्ष (2019-20) में कुल 39 दिन का ब्लॉक-क्लोजर लिया जा सकता है।
आर्थिक मंदी में कंपनी की स्थिति को देखते हुए इस पर सहमति बनाई गई है। कंपनी में हो रहे ब्लॉक-क्लोजर के मामले में प्रबंधन का कहना है कि बाहरी वातावरण चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, जिससे संकुचन की मांग बढ़ रही है। अब उत्पादन को वास्तविक मांग से जोड़ दिया गया है और संविदात्मक जनशक्ति की संख्या को समायोजित किया गया है।
सितंबर में 6000 वाहन बनाने का लक्ष्य
टाटा मोटर्स में सितंबर में 6000 से ज्यादा वाहनों के निर्माण का लक्ष्य की चर्चा है। इसे लेकर कंपनी के अस्थायी कर्मियों में प्रसन्नता और राहत दिख रही है। हालांकि वाहनों के लक्ष्य को लेकर प्रबंधन व यूनियन ने कुछ भी बोलने से इनकार किया है। यह लक्ष्य हर माह के चार तारीख को रिवाइज किया जाता है लेकिन इस माह 6000 से ज्यादा वाहनों का लक्ष्य होता है तो संभावना है कि अधिकांश बाई सिक्स कर्मचारियों को काम पर बुला लिया जाएगा।
बैठे हुए हैं अधिकतर बाई सिक्स
फि लहाल टाटा मोटर्स में इनकी संख्या करीब 5000 है। इसमें से अधिकांश बाई सिक्स कर्मचारी काम से बैठे हुए हैं। कईयों को रोटेशन के आधार पर एक सप्ताह से लेकर 10 दिन का ड्यूटी मिल रही है। यह सिलसिला पिछले करीब दो माह से चल रहा है। इससे बाई सिक्स कर्मियों की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो चली है। संभावना जाहिर की जा रही है कि अगले माह सितंबर से शहर के अधिकांश कंपनियों की स्थिति में सुधार होगी जबकि अक्टूबर माह से इसकी रफ्तार और बढ़ेगी, उत्पादन में बढोतरी होगी।