टाटा ग्रुप की इस कंपनी ने कोरोना महामारी में भी 4.88 लाख कर्मचारियों को किया मैनेज, जाने कितने नए कर्मचारी भी जोड़े
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक टीसीएस में 488649 कर्मचारी हैं जो 46 देशों के 154 शहरों में कार्यरत हैं। जब कोरोना में कर्मचारियों की छंटनी हो रही थी वैसी स्थिति में भी कंपनी का एट्रिशन रेट 7.2 प्रतिशत है जो सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में सबसे कम है।
जमशेदपुर, जासं। कोविड 19 महामारी के कारण देश भर की आइटी कंपनियां अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही है। इनमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) भी अछूता नहीं है। भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक टीसीएस में 4,88,649 कर्मचारी हैं जो 46 देशों के 154 शहरों में कार्यरत हैं। सबसे बड़ी बात है कि जब कोरोना में कर्मचारियों की छंटनी हो रही थी वैसी स्थिति में भी कंपनी का एट्रिशन रेट 7.2 प्रतिशत है जो सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में सबसे कम है।
आपको बता दें कि कोविड 19 में कंपनी ने न सिर्फ अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम यानि घर से काम करने के लिए प्रेरित किया बल्कि उन्हें अब मैनेज भी कर रही है। कंपनी की ओर से जारी वित्तीय वर्ष 2021 की रिपोर्ट के अनुसार टीसीएस ने 3100 से अधिक कॉलेजों में ऑनलाइन कैम्पस सलेक्शन किया जिसमें 3.68 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया और 40,185 नए युवा कंपनी ने सलेक्ट किए। इसके लिए कंपनी ने एक लाख से अधिक ऑनलाइन इंटरव्यू भी आयोजित किया। इसके अलावा टीसीएस एलिवेट नाम एक कार्यक्रम संचालित कर रही है। इसमें सीखने और अपनी प्रतिभा निखारने का मौका भी कंपनी प्रबंधन अपने कर्मचारियों को दे रही है। इस स्कीम से 1.38 लाख कर्मचारी जुड़े। जिसकी मदद से कंपनी प्रबंधन ने कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी कर उन्हें अपनी प्रतिभा निखारने के अलावा टीसीएस में ही बने रहने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
कंपनी की छंटनी दर सबसे कम 7.2 प्रतिशत
टीसीएस के सीएचआरओ मिलिंद लक्कड़ के अनुसार, कंपनी ने युवाओं की प्रतिभा निखारने पर निवेश किया, जो अब रंग ला रही है। हमारी कैपाबिलिटी डेवलपमेंट प्राेग्राम कर्मचारियों को न सिर्फ नया सीखने के लिए बल्कि ग्राहकों की नई-नई आवश्यकताओं को समझने और उस पर काम करने में मदद करती है। उनका कहना है कि हम इन हाउस नए कर्मचारियों को सीखने और जिम्मेदारी से अपना काम पूरा करने का मौका देते हैं। लक्कड़ का कहना है कि नई प्रतिभाओं को निखारने के लिए कंपनी वर्षों से निवेश कर रही है ताकि प्रतिभाओं को और निखारा जा सके। इसके कारण ही कंपनी की छंटनी दर सबसे कम 7.2 प्रतिशत है।
कंपनी इन विंदुआें पर कर रही फोकस
आपको बता दें कि वैश्विक स्तर पर 1.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ यह सबसे बड़ी आईटी सेवा देने वाली कंपनियों में से एक है और भविष्य में बाजार बेहतर होने पर यह आंकड़ा भी दोगुना होगा। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार टीसीएस नए कस्टमर बनाने, प्लानिंग, प्रतिभाओं को निखारने, इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ोतरी करने, ग्राहकों की संतुष्टि पर फोकस कर रही है।