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Tata का Super App से अब लोन भी मिलेगा, म्युचुअल फंड के साथ इंश्योरेंस की भी सुविधा

टाटा डिजिटल जल्द ही अपना सुपर एप बाजार में लांच करने जा रहा है। बिग बास्केट 1 एमजी क्योरफिट सहित कई कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी खरीदने के बाद कंपनी अब नियो बैंक खरीदने की भी योजना बना रही है।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 09:43 AM (IST)
Tata का Super App से अब लोन भी मिलेगा, म्युचुअल फंड के साथ इंश्योरेंस की भी सुविधा
Tata का Super App से अब लोन भी मिलेगा, म्युचुअल फंड के साथ इंश्योरेंस की भी सुविधा

जमशेदपुर, जासं। टाटा डिजिटल का सुपर एप बहुत जल्द लांच होने जा रहा है, जिसमें किराने के सामान से लेकर इलेक्ट्रानिक्स आइटम सब कुछ ऑनलाइन मिलेगा। अब इसमें ऋण, बीमा और म्युचुअल फंड जैसी वित्तीय सेवा भी शुरू करने की बात चल रही है।

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एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा डिजिटल ने एक नियो-बैंकिंग वर्टिकल स्थापित किया है, जिसमें उद्योग जगत के दिग्गजों को शामिल करने की योजना चल रही है। नमक से इस्पात कंपनी की डिजिटल इकाई को एक महत्वाकांक्षी ओमनी-चैनल वाणिज्य मंच के रूप में जाना जाता है जो अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट और रिलायंस के जियोमार्ट के साथ मुकाबला करेगा।

सुपर एप में अब लोन, इंश्योरेंस मी मिलेगा

टाटा डिजिटल वित्तीय मध्यस्थता की पेशकश करने के लिए लाइसेंस प्राप्त बैंकों और बीमा कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ की तलाश कर रहा है। इसमें क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन, बीमा वितरण, सूक्ष्म ऋण और यहां तक ​​कि मर्चेंट प्रबंधन जैसी सेवा शामिल हो सकती है। ‘सुपर एप’ एक डिजिटल मेगास्टोर की तरह होगा, जहां उपभोक्ता किराने के सामान से लेकर फैशन परिधान और दवा तक कुछ भी खरीद सकता है। इस तरह का मॉडल सबसे पहले चीन के एंट ग्रुप द्वारा तैयार किया गया था। इसके बाद भारत में अमेज़न, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट और पेटीएम ने भी इसका अनुकरण किया।

नियो बैंक का अधिग्रहण करने की संभावना

टाटा डिजिटल एक नियो बैंक का अधिग्रहण भी कर सकता है। चर्चा प्रारंभिक चरण में है। पश्चिमी देशों में डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से वित्तीय सेवाओं को एकत्रित करने वाली संस्थाओं को नियो बैंक कहा जाता है। भारत के बैंकिंग नियामक ने अभी तक उन्हें बैंकिंग मध्यस्थों के एक अलग वर्ग के रूप में मान्यता नहीं दी है।

टाटा डिजिटल के प्रस्ताव पर आरबीआई भी गंभीर

एक रिपोर्ट के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक आंतरिक टीम इस स्पेस का बारीकी से अध्ययन कर रही है और जल्द ही ऐसी संस्थाओं के दायरे और परिभाषा के साथ आ सकती है। फिर भी भारत के नियो बैंकिंग क्षेत्र में हाल के महीनों में काफी सक्रियता दिख रही है। रेजर-पे, ओपन और निओ जैसे स्टार्टअप ने फंड जुटाए हैं और लाइसेंस प्राप्त ऋणदाताओं के साथ गठजोड़ कर रहे हैं। दुनिया का सबसे बड़ा नियो बैंक, यूके का रेवोल्ट भी भारत में नियो बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए टीम का गठन कर रहा है।

फ्लिपकार्ट व अमेजन ने भी बना रखा है नियो बैंक

फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसे ई-कॉमर्स दिग्गजों ने भी अलग-अलग फिनटेक और नियो बैंक डिवीजन स्थापित किए हैं और सक्रिय रूप से उपयोगकर्ताओं को अपने प्लेटफॉर्म पर बैंकिंग और बीमा सेवाओं का वर्गीकरण प्रदान कर रहे हैं। अमेजन ने सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड के लिए आईसीआईसीआई बैंक और स्वास्थ्य और मोटर बीमा के लिए ईको के साथ गठजोड़ किया है। फ्लिपकार्ट ने सह-ब्रांडेड कार्ड के लिए एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के साथ अपने एप के माध्यम से व्यक्तिगत बीमा खरीदने के लिए साझेदारी की है।


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