टाटा समूह ने इस कंपनी में निवेश किए 3500 करोड़ रुपये, जाने कौन सी है वो कंपनी
देश में ई-कॉमर्स का बाजार तेजी से बढ़ता जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2026 में देश में प्रतिवर्ष 200 बिलियन डॉलर का व्यापार होगा। टाटा समूह ने अपने ई-कॉमर्स कंपनी टाटा क्लिक में 3500 करोड़ रुपये का इक्विटी पूंजी का निवेश किया है।
जमशेदपुर, जासं। देश में ई-कॉमर्स का बाजार तेजी से बढ़ता जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2026 में देश में प्रतिवर्ष 200 बिलियन डॉलर का व्यापार होगा। भविष्य को देखते हुए टाटा समूह ने अपने ई-कॉमर्स कंपनी टाटा क्लिक में 3500 करोड़ रुपये का इक्विटी पूंजी का निवेश किया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने टाटा क्लिक में अपनी अधिकृत शेयर को 1500 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपये किया है। कंपनी के रजिस्ट्रार ने अपनी नवीनतम नियामक फाइलिंग में टाटा यूनीस्टोर ने अपने निदेशक मंडल ने इक्विटी शेयरों के अधिकृत शेयर पूंजी में वृद्धि की सिफारिश की है ताकि इसके कारोबार को प्रभावी ढ़ंग से संचालित करने के लिए वित्त पोषण की आवश्यकताओं पर विचार किया जा सके। टाटा यूनीस्टोर की शेयर पूंजी 1203.12 करोड़ रुपये है। कंपनी ने अपनी उधार सीमा भी बढ़ाकर 490 करोड़ रुपये कर दी है।
ई कॉमर्स में मजबूती से पांव पसार रहा टाटा क्लिक
कॉरपोरेट इंटेलिजेंस फर्म के संस्थापक मोहित यादव के अनुसार टाटा भविष्य में ई-कॉमर्स के क्षेत्र में लंबी दौड़ के लिए इस क्षेत्र में मजबूती से कदम रखा है। कंपनी ने नवीनतम कामकाज का हवाला देते हुए 2019-20 में राजस्व 144 प्रतिशत बढ़कर 266 करोड़ रुपये हो गया है। मोहित का कहना है कि यूनीस्टो, टाटा क्लिक के व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है। कंपनी अपनी इस वृद्धि को बरकरार रखने में कई तरह से पहल कर रहा है।
जोड़े थे बीस से अधिक ब्रांड
कंपनी के निदेशक रिपोर्ट के अनुसार भी टाटा यूनीस्टोर ने कहा कि साल दर साल कंपनी का व्यापार बढ़ता जा रहा है इसलिए कारोबार के विकास के लिए चरणबद्ध तरीके से निवेश किया जा रहा है। पिछले वर्ष टाटा क्लिक ने अपने प्लेटफार्म में 20 से अधिक नए ब्रांड जोडे थे। इस वित्तीय वर्ष में कंपनी ने रीबॉक, एडिडास, नाइके, जीएपी, अमेरिकन ईगल जैसे कई कंपनियां शामिल है। इसके अलावे कंपनी ने अपने इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांडों के साथ-साथ वेयर हाउस से शिपिंग शुरू में सक्षम है। कंपनी ने अब तक दो मिलियन नए ग्राहकों को अपने प्लेटफार्म से जोड़ा है। इसमें से 50 प्रतिशत ग्राहकों ने वित्तीय वर्ष 2020 में कंपनी को नए आर्डर दिए हैं। इसके अलावे कंपनी ने अपने ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के लिए एक सुपर एप को रोलआउट करने की योजना बनाई है जिसमें ऑनलाइन ग्रॉसरी, बिग बास्केट का अधिग्रहण प्रस्तावित है।