टाटा कमिंस प्रबंधन ने अरुण सिंह की वापसी पर कहा- ना, बैकफुट पर आये यूनियन नेता
कंपनी के प्रबंध निदेशक के साथ हुई यूनियन नेताओं की ऑनलाइन वार्ता में स्पष्ट कहा गया कि कंपनी अपने स्टैंड पर कायम है। वह किसी सूरत में अपना निर्णय नहीं बदलेगी।
जमशेदपुर (जासं)। टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन के पूर्व महामंत्री व स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य अरुण सिंह की वापसी पर प्रबंधन ने ना बोल दिया है। कंपनी के प्रबंध निदेशक के साथ हुई यूनियन नेताओं की ऑनलाइन वार्ता में स्पष्ट कहा गया कि कंपनी अपने स्टैंड पर कायम है। वह किसी सूरत में अपना निर्णय नहीं बदलेगी। अरुण सिंह को बर्खास्त किया गया है, अब उनकी वापसी संभव नहीं है। यूनियन के लाख अनुनय-विनय के बावजूद प्रबंधन अपने कदम को पीछे हटाने का नाम नहीं लिया। हां इतना कहा कि सहानुभूति के तौर पर किसी अन्य स्थान या किसी वेंडर या फिर दूसरे फार्म में उन्हें नौकरी दिलायी जा सकती है। ताकि उनके परिजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। लेकिन बर्खास्तगी की वापसी संभव नहीं है।
प्रबंधन ने नेताओं को यहां तक चेताया कि ज्यादा हो-हंगामा या आंदोलन होगा तो टाटा कमिंस के फल्टन प्लांट में कुछ दिन यहां का ऑर्डर वहां शिफ्ट कर दिया जायेगा। यूनियन नेताओं एडवाइजरी नोट देने के बाद प्रबंधन ने कहा है कि आगे जो भी यूनियन नेता कंपनी की आचार संहिता का उल्लंघन करेंगे उन पर कार्रवाई की जायेगी। इधर प्रबंधन के सख्त तेवर के बाद यूनियन नेता बैकफुट पर आ गये हैं, अब कोई कुछ स्पष्ट नहीं बोल रहा है।
अनूप सिंह का शहर आने का हो रहा इंतजार
अब यूनियन अध्यक्ष अनूप सिंह का शहर आने का इंतजार हो रहा है। यूनियन नेता कंपनी के स्थानीय प्रबंधन से लेकर उच्च स्तरीय अधिकारियों से बातचीत की लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में नेताओं का कहना है कि अब अनूप सिंह ही प्रबंधन से बातचीत करेंगे तथा जो भी उनलोगों को दिशा-निर्देश मिलेगा उसके अनुरूप वे काम करेंगे। संभवत: अनूप सिंह दो दिन के अंदर शहर पहुंचेंगे जहां कंपनी अधिकारियों से बातचीत करने के बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे। इधर कई संगठनों के नेताओं ने अरुण सिंह की बर्खास्तगी वापसी को लेकर कंपनी गेट पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।