टाटा कमिंस कर्मियों ने ग्रेड पर काटा बवाल, यूनियन नेताओं का घेराव
घेराव के बाद टाटा कमिंंस यूनियन के नेताओं से आश्वासन मिला कि शनिवार तक कोई ठोस निर्णय होगा या फिर वे कर्मचारियों के साथ मिलकर रणनीति के तहत काम करेंगे।
जमशेदपुर, जासं। Tata Cummins employees angry over grade revision लंबित ग्रेड को लेकर टाटा कमिंस के कर्मचारियों ने एक बार फिर यूनियन नेताओं का घेराव कर करीब दो घंटे तक बवाल काटा। अंत में नेताओं से आश्वासन मिला कि शनिवार तक कोई ठोस निर्णय होगा या फिर वे कर्मचारियों के साथ मिलकर रणनीति के तहत काम करेंगे।
इससे पूर्व पिछले शुक्रवार को भी कर्मचारियों ने लंबित ग्रेड की जानकारी व समझौते कराने को लेकर यूनियन नेताओं का घेराव किया था। उस पर नेताओं ने सोमवार तक ग्रेड की जानकारी देने का आश्वासन दिया था। इसे लेकर मंगलवार को कर्मचारियों ने कंपनी परिसर स्थित ट्रेनिंग रूम में 1.45 बजे से लेकर सायं चार बजे तक यूनियन नेताओं को घेरे रखा। समय पर समझौते नहीं करने के लिए उन्हें नसीहत देने लगे। यूनियन की स्टीयरिंगग कमेटी के सदस्यों को लंबित ग्रेड का जिम्मेवार बताते हुए उन्हें अपने पद से इस्तीफा देने की मांग भी की। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें ग्रेड की बढ़ी हुई राशि एक मुश्त में मिलनी चाहिए। स्टीयरिंग कमेटी के एहसान अहमद सिराजी, अविनाश अनुपम, धीरज कुमार, रामाकांत करूआ, सुरेंद्र कुमार, चंद्रभूषण पांडेय आदि मौजूद थे।
ग्रेड में यहां फंस रहा पेच
कमिंस कर्मियों के ग्रेड में किस्त में बढ़ी हुई राशि को तीन किस्त में देने का पेच फंस रहा है। यूनियन एक किस्त में बढ़ी हुई राशि लेने की मांग कर रहा है जबकि कमिंस प्रबंधन टाटा मोटर्स की तर्ज पर तीन किस्त में राशि देने को तैयार है। प्रबंधन ग्रेड में कुल 16 हजार की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया है।
यूनियन अध्यक्ष को दी गई जानकारी
बार-बार कर्मचारियों द्वारा यूनियन नेताओं का घेराव करने की घटना यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह को बताई गई। यूनियन अध्यक्ष को दूरभाष पर मंगलवार को हुई घटना के बारे में बताया गया। यूनियन के एक सदस्य ने उन्हें फोन कर समय रहते समझौते कराने की मांग की। कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल 2019 से लंबित है।