15 सौ रुपये घूस लेते तांतनगर के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गिरफ्तार
एसीबी की टीम ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के तांतनगर के बीईईओ श्रीकांत ठाकुर को पंद्रह सौ रुपये घूस लेते गिरफ्तार कर लिया।
जमशेदपुर/चाईबासा(जेएनएन)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम जिले के तांतनगर प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) श्रीकांत ठाकुर को पंद्रह सौ रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आरोप है कि वे शिक्षक मनोज कुमार सिंह कुंटिया से घूस की मांग कर रहे थे। उन्होंने इसकी शिकायत एसीबी से की। शिकायत के बाद बीईईओ को दबोचने की योजना बनी और मंगलवार को योजनाबद्ध तरीके से घूस के 15 सौ रुपये के साथ पकड़े गए।
बीईईओ मनोज सिंह कुटिया से सेवा पुस्तिका में हस्ताक्षर करने के लिए दो हाजर रुपये की मांग कर रहे थे। मनोज ने पैसा नहीं रहने की बात कहकर टाल दिया था। सोमवार को शिक्षक प्रखंड कार्यालय किसी काम से पहुंचे तो उन्हें प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने कहा कि पंद्रह सौ रुपये कल कार्यालय खुलने से पहले आवास में ले आना सेवा पुस्तिका में हस्ताक्षर कर दिया जाएगा। उसके बाद शिक्षक मनोज ने इसकी जानकारी एसीबी को दी। एसीबी की टीम ने मंगलवार को कार्यालय पहुंचकर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ठाकुर को 1500 रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम उन्हें साथ जमशेदपुर ले गई।
नहीं है पहली गिरफ्तारी
गौरतलब हो कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में अब तक कई मुखिया और कर्मचारियों के साथ ही अधिकारी कोल्हान में एसीबी की गिरफ्त में आ चुके हैं। इसी वर्ष 23 अगस्त को पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड की कुईयानी पंचायत के मुखिया मनसाराम सिंह आठ हजार रुपये घूस लेते पकड़े गए थे।
20 जुलाई को हुई थी तीन गिरफ्तारियां
पिछले 20 जुलाई को पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर प्रखंड से तीन गिरफ्तारियां हुई थी। एसीबी की टीम ने जमशेदपुर प्रखंड के सहायक अभियंता सुनील चंद्र चौधरी, नाजिर शिव शंकर श्यामल और पंचायत सेवक रतन सिंह मुंडा को मुखिया सुकुरमनी उरांव से 25 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।राजनगर पंचायत की मुखिया ने एसीबी से शिकायत की थी विभिन्न योजनाओं से जुड़ी फाइलों को अनुमति देने के एवज में 25 हजार रुपये की मांग की जा रही है। शिकायत के बाद टीम बनी और तीनों को घूस के रुपये संग पकड़ा गया।
पकड़ गए थे चाईबासा में इंस्पेक्टर
इससे पूर्व तीन जून 1917 को पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा सदर अंचल के इंस्पेक्टर प्रेम मोहन मेहता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने आठ हजार रुपये घूस लेते हुए उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर एक केस से नाम हटाने के लिए रुपये की मांग कर रहे थे। इसकी शिकायत के बाद कार्रवाई की गई।