अर्घ्य के लिए छठ घाटों पर जाएं तो इन बातों का रखें ख्याल
कोरोना काल में छठ घाटों पर जाने की इजाजत तो मिल गई लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। दिल्ली में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों के लिए चिता का विषय बन गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोरोना काल में छठ घाटों पर जाने की इजाजत तो मिल गई लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। दिल्ली में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों के लिए चिता का विषय बन गया है। ऐसे में थोड़ी लापरवाही सबकी परेशानी बढ़ा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नदी या पोखरा में सामूहिक स्नान करने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बना हुआ है। एक संक्रमित महिला या व्रती अगर डुबकी लगाएगी तो उसके आस-पास की महिलाएं भी संक्रमित हो सकती हैं। ऐसे में नदी के अंदर भी कम से कम दो गज की दूरी जरूरी है। संक्रमण से बचने के लिए इस बार अधिकांश लोग अपने-अपने घरों में ही कृत्रिम घाट बनाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में जुटे हैं। फिर भी आस्था के महापर्व में बड़ी संख्या में लोग छठ घाटों पर जाएंगे। मौसम भी बदल रहा है, ऐसे में बच्चे व बुजुर्ग लोगों को भी घाट जाने के दौरान विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
-------
छठ घाटों पर बरतें ये सावधानी
- शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें।
- हर कोई मास्क पहनकर जाएं।
- सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें।
- कम से कम लोग नदी व पोखरा में स्नान करने के लिए उतरें।
- भीड़ अधिक होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल सकता है।
- व्रती नदी में उतरे तो कम से कम दो गज की दूरी पर ही स्नान करें।
------
सुबह में बच्चे व बुजुर्गों को ध्यान देने की जरूरत मौसम लगातार बदल रहा है। सुबह में ठंड भी बढ़ गई है। ऐसे में बच्चे व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सुबह में छठ घाटों पर जाए तो ऊनी वस्त्र पहनें।
---
छठ पूजा में इस बार विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन हर किसी को करना चाहिए। थोड़ा सा भी लापरवाही मुश्किल में डाल सकती है।
- डॉ. बलराम झा, फिजिशियन, एमजीएम।