कोरोना की तरह फ्लू-जुकाम के लक्षण,अब सात सवालों का जवाब देने के बाद शुरू होगा इलाज
Covid 19 अगर आप फ्लू-जुकाम की समस्या लेकर डॉक्टर के पास पहुंचते हैं तो पहले आपको सात सवालों का जवाब देना होगा। इसमें सात से दस मिनट का समय लगेगा। उसके बाद इलाज शुरू होगा।
जमशेदपुर, अमित तिवारी । फ्लू-जुकाम से कोरोना के अधिकतर लक्षण मिलते हैं। इसे देखते हुए झारखंड के जमशेदपुर के चिकित्सकों ने इलाज करने का तरीका बदल लिया है। अगर आप फ्लू-जुकाम की समस्या लेकर डॉक्टर के पास पहुंचते हैं तो पहले आपको सात सवालों का जवाब देना होगा। इसमें सात से दस मिनट का समय लगेगा। उसके बाद इलाज शुरू होगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) और इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन (आइएपी) जमशेदपुर शाखा ने कोरोना को लेकर विशेष सावधानी बरतने को कहा है। चिकित्सकों की चिंता इस बात को लेकर भी बढ़ गई है कि मरीज ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने लगे हैं। जिससे डॉक्टर, मरीज व पूरे समाज को खतरा है। छोटा गोविंदपुर निवासी एक मरीज ने ट्रैवल्स हिस्ट्री छिपाई तो टाटा मुख्य अस्पताल की दो नर्से भी कोरोना की चपेट में आ गईं। अब दूसरे चिकित्सक व नर्सों में भय का माहौल है। कई चिकित्सकों ने अपने क्लीनिक के आगे निर्देश टांग दिया है।
बरसात में बढ़ जाते फ्लू-जुकाम के मरीज
बीते एक सप्ताह से मौसम लगातार बदल रहा है। तेज धूप तो कभी तेज बारिश। अब बरसात भी आ गया है। इससे अस्पतालों में फ्लू, जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि, घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन अलर्ट रहना होगा। अगर आपकी ट्रैवल्स हिस्ट्री है और सर्दी-खांसी, जुकाम होता है तो नजरअंदाज नहीं करें। तत्काल डॉक्टर से दिखाएं। सही जानकारी उपलब्ध कराएं।
बिना डॉक्टर की पर्ची के न लें दवा
औषधि विभाग ने सभी दवा दुकानों को निर्देश दिया है कि बारिश का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में कोई भी दवा दुकानदार सर्दी-खांसी, जुकाम बुखार, दर्द से संबंधित कोई भी दवा बिना डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन के न दें। दवा देने के साथ संबंधित व्यक्ति का नाम, फोन नंबर आदि विवरण अलग से रजिस्टर में दर्ज करें। बीते साल जुलाई में सर्दी-खांसी की दवा चार लाख रुपये की बिकी थी।
अब इन सवालों से गुजरना होगा मरीजों को
- नाम, पता, ट्रैवल हिस्ट्री, घर में कोई बाहरी आया है या नहीं, घर में कोरोना पॉजिटिव है या नहीं, मर्जी से कोई दवा खाई है या नहीं, सर्दी-जुकाम होने का कारण, एक सप्ताह से अधिक सर्दी-जुकाम होने पर कराई जा सकती कोरोना जांच।
इलाज के लिए डॉक्टर अपना रहे ये तरीका
- मरीज मास्क पहनकर आएं।
- डॉक्टर चैंबर में सिर्फ मरीज ही जाएं।
- मरीज को पीछे की ओर से देखने की कोशिश कर रहे चिकित्सक। ताकि छींके या खांसे भी तो डॉक्टर उससे बच सकें।
- क्लीनिक के बाहर रखे गए सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- जूत्ता-चप्पल खोलकर क्लीनिक में प्रवेश करें।
- पीपीई किट, मास्क लगाकर ही मरीज को देख रहे डॉक्टर।
ये कहते डॉक्टर
- शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जा रहा।
- खुद की जान भी बचानी है और मरीज की भी। इसे लेकर दोनों को सर्तक होने की जरूरत है। दोनों को एक-दूसरे को सहयोग करने की जरूरत है। ताकि मिलकर कोरोना को हराया जा सकें।
- डॉ. उमेश खां, अध्यक्ष, आइएमए।
बरसात में फ्लू-जुकाम बढ़ेगा लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। बीमारी के कारण को छिपाना घातक हो सकता है। क्योंकि कोरोना, जुकाम व फ्लू के कई सारे लक्षण एक दूसरे से मिलते हैं।
- डॉ. जॉय भादुड़ी, पूर्व सचिव, आइएपी।