कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके युवक में Black Fungus का लक्षण मिला, अब ढूंढ़े नहीं मिल रही दवा ALERT
कोरोना के बाद भी सतर्क रहने की जरूरत है। कई सारी बीमारियां सामने आ रही है। इसमें हार्ट अटैक से लेकर ब्लैक फंगस तक शामिल हो गया है। सोमवार को एक ऐसा ही मामला आदित्यपुर में आया। आदित्यपुर निवासी एक युवक (34) कोरोना संक्रमित था।
जमशेदपुर : कोरोना के बाद भी सतर्क रहने की जरूरत है। कई सारी बीमारियां सामने आ रही है। इसमें हार्ट अटैक से लेकर ब्लैक फंगस तक शामिल हो गया है। सोमवार को एक ऐसा ही मामला आदित्यपुर में आया। आदित्यपुर निवासी एक युवक (34) कोरोना संक्रमित था। इसके बाद उसे कांतीलाल मेमोरियल अस्पताल में भर्ती किया गया। इस दौरान उसे ऑक्सीजन दिया जा रहा था। स्थिति में सुधार होने पर उसे छुट्टी कर दी गई। इसके बाद घर चले गया।
अस्पताल से घर आने पर सांस लेने में होने लगी परेशानी
घर जाने के बाद फिर से उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। ऑक्सीजन लेवल भी कम हो गई। युवक के स्वजन सोमवार की शाम उसे लेकर टीएमएच पहुंचे। इस दौरान चिकित्सकों ने प्रारंभिक रिपोर्ट में ब्लैक फंगस का लक्षण बताया है और इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी लाने को कहा। चिकित्सकों ने कहा कि टीएमएच में यह इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में बाहर से लाना होगा। उसके बाद ही चिकित्सा शुरू हो सकेगी। अन्यथा मरीज को आप घर ले जाइए। इसके बाद स्वजन मरीज को घर लेकर चले गए।
इंजेक्शन के लिए भटकते रहे मरीज के स्वजन
ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी के लिए मरीज के स्वजन काफी परेशान रहे। साकची से लेकर जुगसलाई सहित अन्य जगहों की दवा दुकानों पर गए लेकिन इंजेक्शन कहीं नहीं मिली। इसके बाद स्वजनों ने किसी तरह ड्रग इंस्पेक्टर कुंज बिहारी चौधरी से संपर्क साधा। इसके साथ ही सरायकेला-खरसावां के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. बी. मार्डी से भी इंजेक्शन के लिए संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि इंजेक्शन मुख्यालय रांची से मिल सकती है। इसके लिए वे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
मरीज को नहीं है शुगर
मरीज के स्वजनों ने कहा कि ब्लैक फंगस शुगर या फिर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है उन्हें होने की संभावना होती है लेकिन युवक को न तो शुगर है और न ही ब्लड प्रेशर। यहां तक की शारीरिक रूप से भी वह ठीक है। इसके बाद भी उसमें ब्लैक फंगस के लक्षण मिले हैं। इधर, टीएमएच के चिकित्सकों का कहना है कि मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण जरूर मिले हैं लेकिन पूरी जांच होने के बाद ही स्पष्ट हो सकता है। इससे पूर्व जमशेदपुर में अभी तक ब्लैक फंगस के एक मरीज मिल चुका है।