स्वदेशी जागरण मंच ने कहा, केंद्र सरकार खोले 22 हजार मंडी Jamshedpur News
जमशेदपुर की बैठक में बंदेशंकर ने 12 और 13 दिसंबर को स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सम्मलेन में पारित हुए दो प्रस्ताव- किसानों को लाभकारी मूल्य का क़ानूनी अधिकार मिले और खुदरा बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के छद्म प्रवेश को रोकने पर विस्तार से जानकारी दी।
जमशेदपुर, जासं। स्वदेशी जागरण मंच ने साकची नगर की बैठक की। जिला के वरिष्ठ अधिकारी केपी चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संघर्ष वाहिनी प्रमुख बंदेशंकर सिंह थे।
बंदेशंकर ने 12 और 13 दिसंबर को स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सम्मलेन में पारित हुए दो प्रस्ताव किसानों को लाभकारी मूल्य का क़ानूनी अधिकार मिले और खुदरा बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के छद्म प्रवेश को रोकने पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी हो और न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर खरीद गैरकानूनी घोषित हो। इसके साथ ही सरकार को पूर्व में 22 हजार मंडियों की स्थापना की योजना को जल्दी पूरा करना चाहिए और किसान अदालतों की स्थापना करनी चाहिए, जिससे किसानों को न्याय मिलेगा।
एकाधिकार को मिलेगा बढ़ावा
केपी चौधरी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा खुदरा बाजार है ,जो हमारी जीडीपी का 10 फीसद है। यह बाजार 8 फीसद लोगों को रोजगार प्रदान करता है। इस क्षेत्र में 8 करोड़ से अधिक लोग 2 करोड़ से अधिक पारंपरिक दुकानों के माध्यम से काम करते हैं। अब ऐसी आशंका है कि 38 फीसद खुदरा व्यवसाय रिलायंस इंडस्ट्री के हाथ में आ जाएगा। यह बदलाव ऐसी एकाधिकारित प्रवृत्ति को जन्म देगा, जिसमें एक कंपनी न केवल आपूर्तिकर्ता और किसानों आदि से कम कीमत पर खरीद कर शोषण कर सकेगी, बल्कि बाजार में प्रतिस्पर्धा के अभाव में उपभोक्ताओं को महंगे दाम पर माल बेचेगी। स्वदेशी जागरण मंच मांग करता है कि खुदरा बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवेश पर रोक लगे।
ये थे मौजूद
इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच के जिला प्रचार सह प्रमुख कुलदीप कुंडू, नगर संयोजक संजीत सिंह, शीलू साहू, दिवाकांत मिश्रा, जयप्रकाश आदि मौजूद थे।