सरेंडर करे सचिन दस्ता नहीं तो पुलिस की गोली से मारा जाएगा : डीआइजी
फोटो 8 व 9 - ग्रामीण क्षेत्र के थाना प्रभारियों के साथ डीआइजी ने की बैठक पुराने भगोड़े अपरा
फोटो 8 व 9
- ग्रामीण क्षेत्र के थाना प्रभारियों के साथ डीआइजी ने की बैठक, पुराने भगोड़े अपराधियों को सूचीबद्ध कर कार्रवाई करने का दिया निर्देश
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संसू, जादूगोड़ा : इस क्षेत्र में सचिन दस्ता ही बचा है। वह पटमदा का रहने वाला है। सचिन के परिजन भी पुलिस का सहयोग करें। सचिन को सरेंडर करवाएं नहीं तो पुलिस की गोली से मारा जाएगा। ये बातें कोल्हान प्रमंडल के डीआइजी राजीव रंजन ने कही। वे शनिवार को यूसीआइएल जादूगोड़ा आवासीय कॉलोनी स्थित अतिथि गृह में ग्रामीण क्षेत्र के थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुराने भगोड़े अपराधियों को सूचीबद्ध कर कार्रवाई करें। पुलिस व जनता के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करें। कहा, नक्सलियों को अपराध की दुनिया छोड़ मुख्यधारा में आना चाहिए। झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी अन्य सभी राज्यो से बहुत ही अच्छी है। नक्सली इस सरेंडर पॉलिसी का लाभ लें और सरेंडर करें। पुलिस हर संभव मदद करेगी। बैठक में क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों को सरकार के सरेंडर पॉलिसी के तहत सरेंडर करवाने या गिरफ्तार करने पर भी चर्चा हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में फैले अशांति व उग्रवाद को समाप्त करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देना था। बैठक में उग्रवाद पर पूर्ण रोक व शांति व्यवस्था स्थापित करने पर भी चर्चा हुई। इस पर सभी डीएसपी, थाना प्रभारी व सर्किल इंस्पेक्टर उपस्थित थे।
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सरेंडर करने वाले नक्सलियों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
गुड़ाबांधा प्रखंड के नक्सलियों द्वारा किए गए सरेंडर डीआइजी ने कहा कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों के परिजनो को मुआवजा की राशि नहीं मिली हो या किसी प्रकार की राशि या बकाया हो तो जमशेदपुर एसएसपी से संपर्क करें। एसएसपी को निर्देश दिया गया है कि यदि इस मामले में किसी परिवार का कुछ भी बकाया हो तो उपायुक्त के माध्यम से राज्य सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखें। राज्य सरकार से इस मामले में बात कर जल्द से जल्द समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आए मजदूर नक्सलियों के लोभ में आकर नक्सलवाद की राह पर न जाएं। राज्य सरकार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। धीरे-धीरे नई योजनाएं लाई रही हैं। रोजगार का सृजन हो रहा है। बताया कि जिन प्रवासी मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है, वे पूरे कागजात के साथ थाना प्रभारी से संपर्क करें। उपायुक्त के माध्यम से रोजगार दिलाने का प्रयास किया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में नक्सलवाद की राह को न चुनें। बताया कि बताया कि पिछले तीन माह से पुलिस कोरोना पर फोकस कर रही है।
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मैं 10 वर्ष पूर्व इस क्षेत्र में ग्रामीण एसपी के रूप में पदस्थापित था। उन दिनों इस क्षेत्र में नक्सलियों का दबदबा था। हालांकि अब स्थिति बेहतर है। यह सब पुलिसकर्मियों के काम व अच्छे अधिकारियों के कारण ही संभव हुआ।
- राजीव रंजन, डीआइजी, कोल्हान।