Jamshedpur पुलिस को क्या हो गया, वाहन चेकिंग अचानक हो गई बंद, बाइक-कार चालक हैरान
Jamshedpur Vehicle checking. एक माह से तड़के सुबह से देर रात तक चेकिंग हो रही थी। लेकिन यह क्या। चेकिंग प्वाइंट पर बेरिकेडिंग और पुलिस को नहीं देखकर बाइक-कार सवार हैरान रहे। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्या हो गया जो चेकिंग बंद हो गई।
जमशेदपुर, जासं। पिछले करीब एक माह से तड़के सुबह से देर रात तक शहर के करीब 10 स्थानों पर बेरिकेडिंग लगाकर चेकिंग हो रही थी, वह गुरुवार को अचानक बंद हो गई। चेकिंग प्वाइंट पर बेरिकेडिंग और पुलिस को नहीं देखकर बाइक-कार सवार हैरान रहे। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्या हो गया, जो एकबारगी चेकिंग बंद हो गई।
मानगो चौक पर तो बेरिकेडिंग भी नहीं थी। वहां पुलिस के जवान थे, लेकिन किनारे खड़े थे। किसी को चेक नहीं कर रहे थे। मानगो में उलीडीह थाना के सामने भी बेरिकेडिंग और पुलिस के जवान गायब रहे। मानगो पुल के दूसरे छोर पर बस स्टैंड के पास बेरिकेडिंग किनारे लगी थी, लेकिन एक भी पुलिस का जवान मौजूद नहीं था। बस स्टैंड के पास ट्रैफिक पोस्ट के पास भी पुलिस के जवान नहीं थे। यही हाल साकची में पुराना कोर्ट परिसर के पास आंबेडकर चौक का भी दिखा। वहां बेरिकेडिंग ताे नहीं रहती थी, लेकिन दर्जन भर पुलिस के जवान डटे रहते थे। कुछ पुलिस के जवान थे, लेकिन सड़क के किनारे खड़े थे। किसी को राेक भी नहीं रहे थे। टेल्को इलाके में भी लेबर ब्यूरो गोलचक्कर, टाटा मोटर्स अस्पताल और टेल्को स्टेडियम के पास गुरुवार को चेकिंग नहीं हो रही थी।
कीनन स्टेडियम व साकची गोलचक्कर पर मौजूद रही पुलिस
शहर में गुरुवार को साकची गोलचक्कर और बिष्टुपुर स्थित कीनन स्टेडियम के पास पुलिस मौजूद थी, लेकिन बीच-बीच में किसी को रोक रहे थे। चेकिंग की औपचारिकता पूरी कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि जब मर्जी होती थी, रोक लेते थे। स्टेशन एरिया में चाईबासा स्टैंड पर पुलिस ने बसों की परमिट वगैरह की जांच की, तो कुछ काे जुर्माना भी लगाया। बाइक या कार सवार को सड़क पर पहले की तरह नहीं रोक रहे थे।
बन्ना समर्थकों ने चलाया जागरूकता वाहन
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को साकची क्षेत्र में जागरूकता वाहन चलाया। इसमें बाइक के पीछे बैठने वालों को हेलमेट पहनने की सलाह दी जा रही थी। कांग्रेस कार्यकर्ता मौलाना अंसार खान के साथ जगदीश नारायण चौबे समेत अन्य कार्यकर्ता रंगबिरंगा पर्चा भी बांट रहे थे, जिस पर बाइक पर पीछे बैठने वालों को हेलमेट पहनने को अनिवार्य बताया गया था। उसमें लिखा था कि बाइक पर बैठे सभी लोग हेलमेट पहनें और फाइन से बचें। उस दौरान कुछ बाइक सवार गुजरे, जो बिना हेलमेट के पीछे बैठे थे, उन्हें अंसार खान ने गुलाब का फूल भेंट किया।