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एएसआइ के सिर से आर-पार हो गई थी गोली

शव को गोलमुरी पुलिस लाइन ले जाया गया जहां वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन समेत पुलिसकर्मियों ने तरुण पांडेय को अंतिम सलामी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 09:01 AM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 09:01 AM (IST)
एएसआइ के सिर से आर-पार हो गई थी गोली
एएसआइ के सिर से आर-पार हो गई थी गोली

जासं, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के गोलमुरी पुलिस लाइन के ऑफिसर फ्लैट में लाइसेंसी पिस्टल से सोमवार को सिर में गोली मार खुदकुशी करने वाले सहायक अवर निरीक्षक एएसआइ) तरुण पांडेय के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया। पिस्तौल सटाकर गोली मारने के कारण गोली आर-पार हो जाने के कारण गोली नहीं मिली। यहां से शव को गोलमुरी पुलिस लाइन ले जाया गया जहां वरीय पुलिस अधीक्षक एम तमिल वानन समेत पुलिसकर्मियों ने तरुण पांडेय को अंतिम सलामी दी गई। अंतिम संस्कार को परिवार वाले शव को लेकर बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर थाना के ग्राम हरिपुर के लिए रवाना हो गए।

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मृतक के बड़े भाई वीरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा। घटना की जानकारी पर एएसआइ की मां, ससुराल पक्ष के लोग और पैतृक गांव से रिश्तेदार शहर पहुंचे थे।

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पत्नी से विवाद के बाद मार ली गोली

27 जून को बिहार के पटना कंकड़बाग में ज्योति कुमारी से तरुण पांडेय की शादी हुई थी। किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हुआ था। कुछ देर बाद उन्होंने खुद को गोली मार ली थी। पत्नी की आवाज सुनकर पुलिस लाइन फ्लैट में रहने वाले पुलिसकर्मी पहुंचे थे। तरुण की बहाली पुलिस विभाग में खेल कोटे से हुई थी। हैंडबाल में राष्ट्रीय चैंपियन अवार्ड पाने पर 2019 में एएसआई पद पर प्रोन्नति मिली थी। विभाग में आने से पहले सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ मं थे। शादी के बाद बिहार गोलमुरी ऑफिसर फ्लैट पत्नी के साथ लौट थे।

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भाई चाईबासा रेलवे स्टेशन पर कार्यरत

मृतक पांच भाई हैं। दो भाई गांव में रहते हैं। बाकी तीन भाइयों में वीरेंद्र पांडेय चाईबासा रेलवे स्टेशन, एक भाई दिल्ली में कार्यरत हैं। पिता जमशेदपुर में रेलवे विभाग में चालक पद पर कार्यरत थे। परिवार परसुडीह लोको कॉलोनी में रहता था।

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तरुण का चेहरा देखने को जिद करती रही मां

बेटे की मौत की जानकारी पर रिश्तेदारों के साथ गोलमुरी पुलिस लाइन पहुंची तरुण कुमार पांडेय की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार तरुण का चेहरा दिखा देने की जिद रिश्तेदारों से करती रही। उसे किसी तरह परिजनों ने संभाला। कार में बैठाकर उसे सांत्वना देते रहे कि रास्ते में दिखा देंगे। पत्नी ज्योति बेसुध हो जा रही थी।

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पुलिस एसोसिएशन की ओर से किया गया 25 हजार का सहयोग

जमशेदपुर जिला पुलिस एसोसिएशन के सचिव संतोष महतो ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से मृतक के परिवार वालों को 25 हजार रुपये दिए गए। अंतिम दाह संस्कार को जिला कल्याण से 10 हजार रुपये सहयोग स्वरूप प्रदान किए गए।


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