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सफलता और खुशी के समान मापदंड नहीं होते : चंदन झा

अर्का जैन विश्वविद्यालय के तीनों एनएसएस इकाइयों के द्वारा आयोजित मंत्राज आफ सक्सेस एंड हैप्पीनेस विषय पर वेबिनार श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शनिवार को आईपीएस अधिकारी व बोकारो के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा भी मौजूद थे।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 02:00 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 02:00 PM (IST)
सफलता और खुशी के समान मापदंड नहीं होते : चंदन झा
अर्का जैन यूनिवर्सिंटी में आयोजित वेबिनार में विचार रखते प्रतिभागी

जासं, जमशेदपुर : अर्का जैन विश्वविद्यालय के तीनों एनएसएस इकाइयों के द्वारा आयोजित मंत्राज आफ सक्सेस एंड हैप्पीनेस विषय पर वेबिनार श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शनिवार को आईपीएस अधिकारी व बोकारो के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा ने राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों के एनएसएस स्वयंसेवकों, शिक्षकों व कार्यक्रम अधिकारियों को संबोधित करते हुए सफलता और प्रसन्नता के विविध आयामों पर अपनी बातें रखीं।

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उन्होंने कहा कि खुशी का राज सफलता नहीं है बल्कि सफलता का राज खुशी है। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता और खुशी के समान मापदंड नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इंसान को अपने अंदर की आवाज को सुनना चाहिए, जब आप अपने अंदर गहराई से झांकते है और चिंतन करते है तभी आपको यह पता चलता है कि आखिर आपको करना क्या है ? जब एक बार आप दृढ़तापूर्वक अपना लक्ष्य तय कर पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपना शत प्रतिशत देते है तो मंजिल देर सवेर आपकी होती है ।

सिविल सर्विसेज की तैयारी कैसे की जाये इसपर उन्होंने विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि प्रतिबद्धता और सतत प्रयास से ही संघ लोक सेवा की परीक्षाओं में सफलता हासिल की जा सकती है।

अभ्यर्थियों को सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि शुरुआत एनसीआरटी की किताबों और दैनिक अखबारों के पढ़ने से होनी चाहिए। समसामयिक घटनाओं पर नजर रखने की सलाह भी उन्होंने दी।

एसपी चंदन झा ने छात्रों को नियमित और सार्थक मार्गदर्शन में रहते हुए तैयारी का सुझाव दिए ताकि भटकाव से बचा जा सके।

     इससे पूर्व विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक पारस नाथ मिश्र ने अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि अर्का जैन विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक इस महामारी काल में सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर अपनी भूमिका निभाई है। हमारा उद्देश्य है कि विधार्थियों को उचित मार्गदर्शन सफल व्यक्तित्व के द्वारा मिले जिससे विधार्थियों को लक्ष्य निर्धारण और लक्ष्य की प्राप्ति में मदद मिले । उन्होंने झारखंड के विभिन्न कालेजों और विश्वविद्यालयों के स्वयंसेवकों को जोड़ पाने में ख़ुशी जताई।

कुलपति प्रो एसएस रजी, निदेशक अमित श्रीवास्तव व निदेशक (परिसर) डा. अंगद तिवारी ने भी ऐसे कार्यक्रमों के लिए एनएसएस इकाइयों को बधाई दी। एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डा. मनोज पाठक ने उद्घाटन सत्र का संचालन किया।


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