Move to Jagran APP

खिड़की बंद कर रहा छात्र हो गया बेहोश, अनजान सहपाठी ने लगा दिया कमरे में ताला, फ‍िर हुआ ये

विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों की लापरवाही से एक बच्चा स्कूल में एक कमरे में करीब दो घंटे बंद रहा। गनीमत रही कि समय रहते उसके माता-पिता ने उसे खोज निकाला।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 17 Aug 2019 01:30 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 01:30 PM (IST)
खिड़की बंद कर रहा छात्र हो गया बेहोश, अनजान सहपाठी ने लगा दिया कमरे में ताला, फ‍िर हुआ ये
खिड़की बंद कर रहा छात्र हो गया बेहोश, अनजान सहपाठी ने लगा दिया कमरे में ताला, फ‍िर हुआ ये

जादूगोड़ा (पूर्वी सिंहभूम), जेएनएन। विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों की लापरवाही से एक बच्चा स्कूल में एक कमरे में करीब दो घंटे बंद रहा। गनीमत रही कि समय रहते उसके माता-पिता ने उसे खोज निकाला। बेहोशी की हालत में बच्चा कक्षा में मिला। तत्काल माता-पिता उसे इलाज के लिए जमशेदपुर ले गए। जहां वह खतरे से बाहर बताया जाता है।

loksabha election banner

घटना पूर्वी सिंहभूम जिले जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के कोकदा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है। कक्षा आठवीं का छात्र नीतीश भकत सातवीं कक्षा की खिलाड़ी को बंद करने के दौरान गिरकर बेहोश हो गया। इसी दौरान अन्य बच्चों ने कमरे में ताला लगा दिया। नीतीश बेहोशी की हालत में दोपहर दो से चार बजे तक कमरे में बंद रहा।

इधर स्कूल से नीतीश के घर नहीं पहुंचने पर माता-पिता घबरा गए और उसकी खोजबीन में लग गए। नीतीश के माता-पिता ने काफी खोजबीन के बाद विद्यालय परिसर को खुलवाया और देखा की कक्षा सात में उनका बच्चा बेहोश पड़ा है। इसके बाद तत्काल पिता ने पानी का छिड़काव कर उसे होश में लाए। इसके बाद नीतीश ने अपने माता-पिता को पूरी बात बताई।

बच्चों से ही बंद कराया जाता कमरा

नीतीश ने बताया कि शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों से हर दिन स्कूल के सभी कमरे में ताला बंद करने को कहा जाता है। ऐसा नहीं करने पर धमकाया जाता है शिक्षक के आदेश का पालन करते हुए कक्षा में ताला लगा रहा था। कक्षा सातवीं के कमरे की खिड़की बंद के क्रम में गिर गया और बेहोश हो गया। तत्पश्चात अन्य बच्चों ने बाहर से ताला लगा दिया होगा। इससे अभिभावकों में शिक्षकों के प्रति रोष देखा जा रहा है। शनिवार को विद्यालय परिसर में शिक्षकों की लापरवाही के प्रति अभिभावक आंदोलन करेंगे।

शिक्षकों ने अपनी गलती मानी

शिक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए अभिभावक से माफी मांगी और कहा कि भविष्य में कभी ऐसी गतली दुबार नहीं होगी।

दी गई सख्त हिदायत

विद्यालय के काम से डोरकासाई संकुल गया था। सूचना मिलने पर विद्यालय पहुंचा। यह सरासर शिक्षकों की लापरवाही है। इस तरह की लापरवाही दुबारा न हो इसलिए सभी शिक्षकों को सख्त हिदायत दी गई है।

-प्रफुल्लो कुमार सरदार, प्रधानाध्यापक, उमवि, कोकदा 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.