Move to Jagran APP

ट्रेन रोकिए साहब! ट्रैक पर आ गए हैं हाथी

हेलो! हेलो! अभी कोई ट्रेन इधर मत आने दीजिए। ट्रेन को रोक दीजिए साहब! ट्रैक पर हाथियों का झुंड आ गया है। कुछ इसी अंदाज में सुनसुनिया रेल फाटक के केबिन मैन उत्पल राय ने शुक्रवार को चाकुलिया के स्टेशन मास्टर को कांपती आवाज में फोन किया..

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 08:31 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 08:31 AM (IST)
ट्रेन रोकिए साहब! ट्रैक पर आ गए हैं हाथी
ट्रेन रोकिए साहब! ट्रैक पर आ गए हैं हाथी

संवाद सूत्र, चाकुलिया : हेलो! हेलो! अभी कोई ट्रेन इधर मत आने दीजिए। ट्रेन को रोक दीजिए साहब! ट्रैक पर हाथियों का झुंड आ गया है। कुछ इसी अंदाज में सुनसुनिया रेल फाटक के केबिन मैन उत्पल राय ने शुक्रवार को चाकुलिया के स्टेशन मास्टर को कांपती आवाज में फोन किया। इसके बाद एसएम ने त्वरित कार्रवाई कर आसपास के सभी स्टेशनों को अलर्ट किया और ट्रेनों का परिचालन रोक दिया या गति धीमी कर दी गई। फिर केबिन मैन को बंद गेट को खोलने की अनुमति दी गई। केबिन मैन उत्पल ने गेट उठाया, उसके बाद एक-एक कर 35 हाथियों का झुंड वहां से निकल गया। घटना शुक्रवार की सुबह लगभग 5:30 बजे की है। मौके पर ड्यूटी कर रहे केबिन मैन उत्पल राय ने दैनिक जागरण को बताया कि सुबह शौच कर वे केबिन में लौटे ही थे, तभी उत्तर दिशा से 35-36 हाथियों का झुंड बंद फाटक के समीप आकर खड़ा हो गया। एक साथ इतने हाथियों को देख उनके प्राण सूख गए। कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। थोड़ी ही देर में फाटक बंद होने के बावजूद दो बड़ा व एक बच्चा हाथी रेलवे ट्रैक पर आ गए। इससे केबिन मैन और घबरा गया। उन्होंने चाकुलिया स्टेशन मास्टर को फोन कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी। यह भी कहा कि फिलहाल अप लाइन पर कोई भी ट्रेन न चलाया जाए, नहीं तो हादसा हो जाएगा। स्टेशन मास्टर ने तत्काल आसपास के क्षेत्रों में ट्रेन के परिचालन पर रोक लगाते हुए केबिन मैन को फाटक खोलने की अनुमति दी। इसके बाद फाटक खोला गया और सभीे हाथी दक्षिण की ओर यानी एरोड्रम की ओर निकल गए। गनीमत रही कि फाटक बंद रहने के बावजूद हाथियों ने उसे तोड़ा नहीं, बल्कि खड़े होकर इंतजार किया। हाथी नजर आते ही थम जाती है ट्रेनों की रफ्तार : रेलवे ट्रैक के इर्द-गिर्द कहीं भी हाथी का लोकेशन पता चलते ही ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक लग जाता है। इस संबंध में पूछने पर एक स्थानीय रेल अधिकारी ने बताया कि जैसे ही यह सूचना आती है कि किसी भी क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के आसपास हाथी देखे गए हैं तो तुरंत काशन आर्डर जारी कर ट्रेनों की गति को 40 किलोमीटर प्रति घंटा से कम कर दिया जाता है। वन विभाग को भी इसकी सूचना दे दी जाती है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.