दक्षिण-पूर्व रेलवे ने 28 दिन में चलाया 101 आक्सीजन ट्रेन, 6810 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन 10 राज्यों को भेजा
दक्षिण- पूर्व रेलवे 23 अप्रैल से लगातार आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है। शुक्रवार तक यानी बीते 28 दिनों में दक्षिण-पूर्व रेलवे 101 आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन करते हुए 10 राज्य व एक केंद्र शासित प्रदेश को 6810 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति कर चुका है।
जमशेदपुर, जासं। दक्षिण- पूर्व रेलवे 23 अप्रैल से लगातार आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है। शुक्रवार तक यानी बीते 28 दिनों में दक्षिण-पूर्व रेलवे 101 आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन करते हुए 10 राज्य व एक केंद्र शासित प्रदेश को 6810 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति कर चुका है।
कोविड 19 को देखते हुए रेल मंत्रालय देश भर में आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन कर रहा है। जिन राज्य या शहरों में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की सबसे ज्यादा किल्लत है वहां इसकी आपूर्ति कर रहा है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने ग्रीन कॉरिडोर भी तैयार किया है ताकि आक्सीजन ट्रेन बिना विलंब के जल्द से जल्द उन राज्यों में आक्सीजन सप्लाई कर सके जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है और गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान को बचाया जा सके। दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से अब तक सभी आक्सीजन ट्रेन का संचालन टाटानगर, राउरकेला व वेस्ट बोकारो से किया गया है। अब तक इन स्टेशनों से उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, बरेली, मध्य प्रदेश के सागर, भोपाल, हरियाणा के फरीदाबाद, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड के देहरादून, कर्नाटक के बेंगलुरू सहित पंजाब के लुधियाना, आंध्र प्रदेश, केरल सहित केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की सप्लाई की गई है।
सेफ्टी मानकों का पूरा ख्याल
शुक्रवार को भी दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से दो आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को रवाना किया गया। इसमें से राउरकेला से एक ट्रेन फरीदाबाद भेजा गया है जिसमें 59.64 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन लोड था। जबकि दूसरी आक्सीजन एक्सप्रेस राउरकेला से ही चेन्नई के लिए रवाना किया गया है जिसमें 41.45 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन लोड था। दक्षिण पूर्व रेल प्रबंधन ने 28 दिनों में 101 आक्सीजन एक्सप्रेस संचालन करने के लिए अपने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। जिनकी मदद से सेफ्टी मानकों का पूरा ख्याल रखते हुए आक्सीजन एक्सप्रेस का संचालन किया गया। जब आॅक्सीजन कंटेनर की कमी हुइ तो अडानी ग्रुप ने सहयोग किया एवं टाटानगर अडानी ग्रुप से आक्सीजन कंटेनर लाए गए।