बिरसा मुंडा के प्रति सोमेन का भक्ति भाव अनोखा
बिरसा मुंडा की जयंती या शहादत दिवस के अवसर पर हर वर्ष बिरसा की मूर्ति की सफाई कर माल्यार्पण की जाती है। परंतु प्रखंड क्षेत्र का एक युवक (सोमेन मुंडा) प्रतिदिन हाता चौक स्थित बिरसा मुंडा की मूर्ति की सफाई कर उन्हें माल्यार्पण करता है।
संसू, पोटका : बिरसा मुंडा की जयंती या शहादत दिवस के अवसर पर हर वर्ष बिरसा की मूर्ति की सफाई कर माल्यार्पण की जाती है। परंतु प्रखंड क्षेत्र का एक युवक (सोमेन मुंडा) प्रतिदिन हाता चौक स्थित बिरसा मुंडा की मूर्ति की सफाई कर उन्हें माल्यार्पण करता है। सिर्फ यही नहीं वह प्रतिदिन बिरसा मुंडा के पैर छूकर आशीर्वाद भी लेता है। सोमेन मुंडा ने बताया कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। उनका दोस्त सुखराम मुंडा बिरसा मुंडा का नाती है। बस, इसी नाते उनके अंदर बिरसा मुंडा के प्रति भक्ति भावना जगी और प्रतिदिन बिरसा मुंडा की मूर्ति की सफाई कर फूलों का माला पहना कर प्रणाम करने का सिलसिला शुरू हुआ। सोमेन ने कहा कि बिरसा मुंडा से आशीर्वाद पाकर वे उनके पदचिन्हों पर चलेंगे और उनके आदर्शों को लेकर आगे बढ़ेंगे। वन विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत है सोमेन मुंडा : सोमेन मुंडा प्रखंड के हाता स्थित पावरु गांव के निवासी है। वे वन विभाग जमशेदपुर में ड्राइवर के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें कहीं भी बिरसा मुंडा की मूर्ति दिखाई पड़ती है तो मूर्ति की सफाई कर माल्यार्पण करने के बाद स्वयं को धन्य समझते हैं। खंडहर में तब्दील हुआ 50 वर्ष पुराना भवन : पोटका प्रखंड के जुड़ी पंचायत स्थित रेफरल अस्पताल परिसर में 50 वर्ष पुराना दो मंजिला भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है। संभावना जताई जा रही है कि जर्जर भवन कभी भी गिर सकता है। इधर जर्जर भवन के समीप करोड़ों की लागत से राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का प्रशिक्षण भवन, रेफरल अस्पताल व कोविड केयर सेंटर है। इसी परिसर में एमटीसी केंद्र भी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी जर्जर भवन के समीप से ही प्रतिदिन गुजरते हैं। यदि समय रहते स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस जर्जर भवन पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है। दो वर्ष पूर्व कोल्हान प्रमंडल के कमिश्नर ने पत्र जारी कर सभी विभागों को निर्देश दिया था कि जर्जर सरकारी भवन को तत्काल तोड़ने का कार्य करें। परंतु संबंधित अधिकारियों ने इस पत्र की अनदेखी कर 50 वर्ष पुराने इस भवन को तोड़ने की दिशा में कोई पहल नहीं की। इस मामले की जांच कराई जाएगी। यदि संबंधित भवन की मरम्मत की आवश्यकता होगी तो मरम्मत कराई जाएगी, अन्यथा जर्जर भवन को ध्वस्त कर नया भवन तैयार कराया जाएगा।
- सूरज कुमार, उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम।