Weekly News Roundup Jamshedpur : चंद्रगुप्त की याद दिला रहे बन्ना, पढ़िए सियासी जगत की अंदरूनी खबर
Weekly News Roundup Jamshedpur.कइयों की नींद अब भी उड़ी हुई है। पता नहीं मंत्री जी दोबारा कब वेश बदलकर अस्पताल पहुंच जाएं इसका डर रात ड्यूटी वाले कर्मचारियों में बना हुआ है।
जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा। Weekly News Roundup Jamshedpur कहा जाता है कि सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य रात को वेश बदलकर प्रजा का हाल जानने निकलते थे। ठीक इसी तरह बन्ना गुप्ता पिछले दिनों रात में एमजीएम अस्पताल पहुंच गए। कोई पहचाने नहीं, इसलिए उन्होंने कोई बॉडीगार्ड नहीं लिया।
शॉल ओढ़कर पहले इमरजेंसी विभाग का मुआयना किया, फिर अस्पताल के किचेन में चले गए। वहां मरीजों के लिए बनी खिचड़ी और सब्जी चखी। इसी बीच उनकी नजर चूल्हे पर सेंकी जा रही ब्रेड पर पड़ गई, तो रसोइयों ने बताया कि यह अपने लिए बना रहे हैं। बन्ना ने कहा कि लाओ, मैं भी चखूं। इस तरह सभी व्यंजनों का स्वाद चखकर बिना कुछ बोले वहां से निकल गए। इससे रसोइयों ने तो राहत की सांस ले ली, लेकिन कइयों की नींद अब भी उड़ी हुई है। पता नहीं मंत्री जी दोबारा कब वेश बदलकर अस्पताल पहुंच जाएं, इसका डर रात ड्यूटी वाले कर्मचारियों में अब तक बना हुआ है।
झामुमो नेता व गाहे-बगाहे टिकट के दावेदार रह चुके आस्तिक महतो के बेटे की शादी 28 फरवरी को थी। उलियान में वैवाहिक समारोह हुआ, जिसमें वर-वधू को आशीर्वाद देने तमाम नेता आए थे। ऐसे मौकों पर दलीय भेदभाव से ऊपर उठकर लोग मिलते हैं, लेकिन यहां एक अजीब नजारा देखने को मिला। रात करीब 11 बजे भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो, दिनेश कुमार व पिछले विस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रहे देवेंद्र सिंह स्टेज पर थे। देवेंद्र सिंह अभी आस्तिक महतो की पत्नी से बात कर ही रहे थे कि विधायक सरयू राय का पदार्पण हो गया। इनके साथ काले भी थे। सरयू को देखते ही स्टेज पर मानों 'भगदड़' मच गई। सांसद, दिनेश व देवेंद्र सिंह स्टेज से इस तरह गायब हो गए, मानों इन्हें करंट लग गया हो। वैसे सरयू भी अमित शाह की सभा से रघुवर दास की इंट्री होते ही इसी तरह गायब हुए थे।
घूम रहे मंत्री जी के आदमी
चुनाव हो गया। चंपई सोरेन ने परिवहन मंत्री की कुर्सी भी संभाल ली है। इसके साथ इनके आदमी फील्ड में उतर गए हैं। चंपई सोरेन को परिवहन विभाग का खासा अनुभव तो है ही, इनके आदमियों को भी है। एक-दो दिन से इनके चार आदमी विभाग-विभाग एक कार से घूम रहे हैं। दो दिन पहले इनके जेएनएसी और डीटीओ आफिस जाने की सूचना है। इन्होंने जेएनएसी में ठेका प्रथा की जानकारी हासिल की, तो डीटीओ आफिस में यह जानना चाहा कि टैक्स फेल गाड़ी बिना जुर्माना के कैसे छूट सकती हैं। कार पर झामुमो का झंडा लगा था, तो शीशे पर विधानसभा पास वाला स्टीकर भी था। बताया जाता है कि ये अन्य विभागों से भी इसी तरह की जानकारी जुटा रहे हैं। बताया जाता है कि ये खुफिया तरीके से जानकारी जुटा रहे हैं कि कौन अधिकारी किस स्तर तक ईमानदार है। देखना होगा कि इसका परिणाम क्या होगा।
झाविमो खेमे में दिखी आखिरी खुशी
झारखंड विकास मोर्चा का अस्तित्व अब पूरी तरह समाप्त हो गया, इसकी सबसे ज्यादा खुशी झाविमो खेमे में ही दिखी। शनिवार को काशीडीह में अभय सिंह के आवासीय कार्यालय के अंदर व बाहर कार्यकर्ता एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे। इससे पहले झाविमो का भाजपा में औपचारिक विलय अमित शाह की मौजूदगी में हुआ था। भाजपा ने बाबूलाल को प्रतिपक्ष का नेता भी घोषित कर दिया था, लेकिन हेमंत सरकार उन्हें कुर्सी पर बैठने नहीं दे रही थी। इसे लेकर भाजपा के विधायकों ने विरोध-प्रदर्शन भी किया, लेकिन इससे ज्यादा टेंशन में झाविमो खेमा था। फिर क्या था बाबूलाल जी दिल्ली गए और प्रधानमंत्री से मुलाकात की। अगले दिन ही चुनाव आयोग ने झाविमो के विलय को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही झाविमो खेमे में आखिरी खुशी की लहर फैल गई। एक कार्यकर्ता ने कहा कि डर लग रहा था कि विलय नहीं हुआ तो हमारा क्या होगा।