Move to Jagran APP

जमशेदपुर में 600 अनुबंध कर्मियों केे हड़ताल पर जाने से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, 90 फीसद घटी कोरोना जांच की रफ्तार Jamshedpur News

अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से कोरोना महामारी अभियान पर असर दिखने लगा है। जिला यक्ष्मा विभाग में ट्रूनेट मशीन से होने वाली कोरोना जांच 90 फीसद कम गई है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 08:56 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 08:46 AM (IST)
जमशेदपुर में 600 अनुबंध कर्मियों केे हड़ताल पर जाने से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, 90 फीसद घटी कोरोना जांच की रफ्तार Jamshedpur News
जमशेदपुर में 600 अनुबंध कर्मियों केे हड़ताल पर जाने से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, 90 फीसद घटी कोरोना जांच की रफ्तार Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं) । जमशेदपुर में लगभग 600 अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से कोरोना महामारी अभियान पर असर दिखने लगा है। जिला यक्ष्मा विभाग में ट्रूनेट मशीन से होने वाली कोरोना जांच 90 फीसद कम गई है।

loksabha election banner

यहां कुल नौ लैब टेक्नीशियन थे। इसमें आठ अनुबंध पर व एक स्थायी टेक्नीशियन हैं। अब, अनुबंध वाले हड़ताल पर हैं, जिससे यहां सिर्फ 10 फीसद ही जांच संभव हो पा रही है। इसके साथ ही कोरोना संदिग्ध मरीजों का नमूना लेने का रफ्तार भी कम हो गई है। इसी तरह, जिला सर्विलांस विभाग में कोरोना मरीजों का एड्रेस ट्रेस करने से लेकर उनके संपर्क में आए लोगों को ढूंढना और आंकड़ा तैयार कर कंप्यूटर में फीड करना अनुबंध कर्मचारियों के ही जिम्मे था।लेकिन, यह भी हड़ताल में शामिल हैं। जिससे यहां के काम भी प्रभावित हो रहा है।

आयुष चिक‍ित्‍सकों का भी समर्थन

इसके साथ ही, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा, एक्सरे, ईसीजी व अल्ट्रासाउंड भी प्रभावित है। किसी तरह आउटसोर्स व स्थायी कर्मचारी के सहारे महामारी से निपटा जा रहा है जो असंभव लगता है। अगर सरकार की तरफ से जल्द ही कोई पहल नहीं की गई तो पूरे जिले में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा जाएगी। झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी संघ के बैनर तले हड़ताल की शुरुआत मंगलवार को ही परसुडीह स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समीप धरना प्रदर्शन से किया गया था। बुधवार को भी धरना जारी रहा। हड़ताल का समर्थन जिले के लगभग 30 आयुष चिकित्सकों ने भी किया है। वे लोग भी अपना काम काज बंद कर हड़ताल में शामिल हो गए हैं। कोरोना महामारी में उनकी ड्यूटी भी लगाई गई थी। हड़ताल कर्मियों की मांग स्थायी करने के साथ-साथ सुरक्षा सहित अन्य शामिल हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.