सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को भेजा पत्र, रांची से जयपुर के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरू करने की मांग
रांची से जयपुर के बीच विमान सेवा की शुरुआत की मांग उठने लगी है। इस बाबत सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र भेजा है । कहा है कि रांची से जयपुर के लिए सीधी उड़ान अति आवश्यक है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र भेजा है जिसमें रांची से जयपुर के लिए सीधी उड़ान शुरू करने का आग्रह किया गया है। सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विजय आंनद मूनका का कहना है कि चैंबर के सदस्यों के साथ-साथ झारखंड में रहने वाले राजस्थान के मूलवासियों की भावनाओं से अवगत कराते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री को रांची से जयपुर के लिए सीधी उड़ान शुरू करने का अनुरोध किया गया है।
मूनका के अनुसार झारखंड में बड़ी संख्या में राजस्थान के विभिन्न जिलों के लोग रहते हैं। इनमें अधिकतर लोग राजस्थान के जयपुर, सालासर, खाटू, झुनझुनू, अजमेर क्षेत्रों से आते हैं लेकिन यह दुर्भाग्य से जयपुर के लिए कोई भी सीधी उड़ान सेवा नहीं है जिसके कारण यहां के लोगों को ट्रेन से सफर करना पड़ता है। टाटानगर से जयपुर के लिए भी सीधी ट्रेन नहीं है। उन्हें पहले दिल्ली और फिर वहां से राजस्थान के लिए जाना पड़ता है। जिसमें काफी अधिक समय व्यतीत होता है या फिर हवाई सेवा के लिए स्थानीय निवासियों को कोलकाता जाना पड़ता है जिसमें टाटानगर से चार घंटे और स्टेशन से सड़क मार्ग से डेढ़ घंटे का समय लगता है। आपात स्थिति में भी लोग जयपुर या राजस्थान के किसी भी हिस्से में समय पर नहीं पहुंच पाते हैं। राजस्थान तीर्थ यात्रा के लिए धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी प्रसिद्ध है और यही कारण है कि रांची से जयपुर के लिए सीधी उड़ान अनिवार्य रूप से अति आवश्यक है।
सरकार को राजस्व भी मिलेगा
उन्होंने कहा की सीधी उड़ान (झारखंड की राजधानी रांची से राजस्थान की राजधानी जयपुर) शुरू हो जाने से न केवल झारखंड के विभिन्न हिस्सों से जयपुर तक जल्द से जल्द जयपुर की यात्रा की सुविधा शुरू होगी बल्कि सरकार के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत होगा। उन्होंने कहा की चैंबर को केंद्रीय उड्डयन मंत्री पर पूर्ण विश्वास है कि वे जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक पहल करेंगे।