Ayushman Bharat Yojana : बाहर के डॉक्टर आकर एमजीएम अस्पताल में करेंगे इलाज, आयुष्मान के तहत मिलेगा राशि
Ayushman Bharat Yojana आयुष्मान योजना के तहत एमजीएम अस्पताल में बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इस योजना के तहत अगर बाहरी चिकित्सकों की भी मदद लेनी पड़े तो ली जाएगी। उसके एवज में उन्हें फीस दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आयुष्मान योजना के तहत महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इसे लेकर अस्पताल में हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी की बैठक जल्द ही की जाएगी। एमजीएम अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को बेहतर सुविधा देने की कोशिश की जा रही है।
इस योजना के तहत अगर बाहरी चिकित्सकों की भी मदद लेनी पड़े तो ली जाएगी। उसके एवज में उन्हें फीस दिया जाएगा। इससे फायदा यह होगा कि अधिकांश मरीजों का इलाज एमजीएम में संभव होगा। अभी कुछ मरीजों को सुविधा व विशेषज्ञ डॉक्टर के अभाव में दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। आयुष्मान योजना के लिए अलग से कर्मचारी तैनात किया गया है।
एमजीएम में नए सिरे से होगी आउटसोर्स कर्मियों की बहाली
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आउटसोर्स कर्मियों की बहाली नए सिरे से होगी। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से टेंडर निकाला गया है। पुराने एजेंसी का समय पूरा होने के कारण नया टेंडर किया जा रहा है। इसमें जिसका सबसे कम रेट होगा उसका टेंडर फाइनल होगा। टेंडर में भाग लेने के लिए संबंधित कंपनी ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। इसे लेकर 25 नवंबर को एमजीएम अधीक्षक के चैंबर में एक बैठक रखी गई है। कोई भी व्यक्ति 18 दिसंबर तक आवेदन कर सकता है। 22 दिसंबर तक टेंडर से संबंधित हार्ड कॉपी अधीक्षक के कार्यालय में जमा करने के लिए कहा गया है।
एमजीएम में एक साल से सिटी स्कैन मशीन खराब
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक साल से सिटी स्कैन मशीन खराब पड़ी हुई है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एमजीएम अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि सिटी स्कैन मशीन खराब होने की सूचना विभाग को दी गई है। नए सिटी स्कैन मशीन खरीदने की अनुमित मांगी गई है। विभाग से आदेश मिलते ही नए मशीन खरीदी जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल में और भी कई मशीन खराब पड़ी हुई है जिसे बनाया जाएगा।