Move to Jagran APP

Jharkhand Covid Pandemic Effect: कोरोना की दूसरी लहर ने ढाया कहर, कारोबारी जगत को 20 हजार करोड़ का नुकसान

Corona Effect on Trade कोविड 19 के सेकेंड वेव के कारण देश के अधिकतर राज्यों में पूर्ण व आंशिक लॉकडाउन लगा। जिसके कारण बाजार बड़े-बड़े प्रतिष्ठान मॉल व व्यापारिक कारोबार तक प्रभावित हुआ जिसका असर अब भी बरकरार है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 05:21 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 08:50 PM (IST)
Jharkhand Covid Pandemic Effect: कोरोना की दूसरी लहर ने ढाया कहर, कारोबारी जगत को 20 हजार करोड़ का नुकसान
झारखंड में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

जमशेदपुर, जेएनएन। कोविड 19 के सेकेंड वेव के कारण देश के अधिकतर राज्यों में पूर्ण व आंशिक लॉकडाउन लगा। जिसके कारण बाजार, बड़े-बड़े प्रतिष्ठान, मॉल व व्यापारिक कारोबार तक प्रभावित हुआ जिसका असर अब भी बरकरार है। इस सेकेंड वेव से अब तक झारखंड में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कंफडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने इसके आंकड़े जारी किए हैं। पेश है निर्मल प्रसाद की रिपोर्टः

loksabha election banner

कैट के आंकड़ों पर एक नजर

  • 15 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है देश भर व्यापारियों को
  • 09 लाख करोड़ खुदरा जबकि 06 लाख करोड़ थोक व्यापार हुआ है प्रभावित
  • 40,000 करोड़ का नुकसान दिल्ली को
  • 75,000 करोड़ का नुकसान गुजरात को
  • 85,000 करोड़ रुपये का नुकसान उत्तर प्रदेश को
  • 45,000 करोड़ का घाटा हो चुका है मध्य प्रदेश को
  • 35,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है राजस्थान को
  • 27,000 करोड़ रुपये का नुकसान छत्तीसगढ़ के व्यापारियों को
  • 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान झारखंड को भी
  • 70,000 करोड़ रुपये का घाटा कर्नाटक के व्यापारियों को
  • 80,000 करोड़ रुपये का नुकसान तमिलनाडु को
  • 1.50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के व्यवसाय को

पेट्रोल-डीजल का व्यापार भी हुआ प्रभावित

लॉकडाउन के कारण सड़कों पर गाड़ियों की संख्या भी कम हो गई है। लंबी दूरी की बसें चलती थी लेकिन कोविड 19 के कारण इसका भी संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है। दोपहर दो बजे के बाद एक्का-दुक्का वाहन ही चल रहे हैं। इसका असर पेट्रोल-डीजल की खपत पर पड़ा है। अधिकतर पेट्रोल पंप संचालकों की खपत आधे से भी नीचे आ गई है। ऐसे में उन्हें अब कर्मचारियों को वेतन देने में भी परेशानी हो रही है।

147 पेट्रोल पंप संचालित है पूर्वी सिंहभूम में

  • 300 से ज्यादा पेट्रोल पंप पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां व पश्चिम सिंहभूम में है संचालित

सामान्य दिनों के आंकड़ों पर एक नजर

  • 421 हजार लीटर प्रतिदिन की पेट्रोल की खपत है कोल्हान में
  • 11028 हजार लीटर प्रतिदिन डीजल की खपत है तीनों जिलों में
  • 4500-5000 लीटर की खपत थी मानगो स्थित भारत पेट्रोलियम की जो अब घटकर 2000-2200 लीटर हो चुकी है औसतन
  • 200 हजार लीटर से भी कम हो गई है कोल्हान में हर दिन पेट्रोल की खपत

चार पहिया वाहनों की बिक्री भी हुई प्रभावित

लॉकडाउन के कारण पूर्वी सिंहभूम जिले में चार पहिया वाहनों की बिक्री भी काफी प्रभावित हुई है। कोविड 19 के सेकेंड वेव के कारण सभी कंपनियों के कार शोरूम के शटर डाउन है। इसके कारण कंपनी का व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है जबकि स्थिति ये है कि अधिकतर कंपनियों के पास इतना आर्डर है कि उनके पास चुनिंदा मॉडलों पर 45 से 60 दिनों की वेटिंग चल रही है।

कीया कार

  • 90 दिनों की वेटिंग है इस कंपनी के कार के चुनिंदा मॉडलों में
  • 70 गाड़ियों की डिलीवरी दी थी अप्रैल में लॉकडाउन से पहले
  • 150 से ज्यादा वाहनों की है वेटिंग

होंडा कार

  • 150 कार की बिक्री हुई थी अप्रैल माह में
  • 100 से ज्यादा कार की है यहां वेटिंग

महिंद्रा एंड महिंद्रा

  • 60 से 90 दिन की वेटिंग है यहां कई चुनिंदा मॉडलों पर
  • 150 से अधिक वाहन की है वेटिंग 50 प्रतिशत ही हो रही है कुल डिमांड का कंपनी से सप्लाई

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.