पोटका के चावल घोटाला में ठेकेदार पर शक की सुई
जांच के क्रम में पता चला कि एक-एक व्यक्ति के नाम से तीन-चार राशन कार्ड बनाए गए थे।
जासं, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला के पोटका प्रखंड में सबर परिवार के नाम पर चावल घोटाला किया गया था। इस मामले की जांच करने एसडीओ नीतीश कुमार सिंह शुक्रवार को भी पोटका गए थे। इस बार उन्होंने तेतला, भाटिन और भूतगोड़ा गांव में पड़ताल की, जबकि गुरुवार को सबर नगर में पूछताछ की थी। बताया जाता है कि शक की सुई डोरस्टेप डिलीवरी के ठेकेदार पर घूम रही है। उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उससे पूरी राशि वसूलने की तैयारी चल रही है। जांच के क्रम में पता चला कि एक-एक व्यक्ति के नाम से तीन-चार राशन कार्ड बनाए गए थे। यही वजह रही कि जांच की शिकायत होते ही जून 2019 में एक साथ 136 सबर परिवार का नाम सूची से हटा दिया गया था। यह बात पहले ही स्पष्ट हो गई थी कि इन 136 परिवार का चावल 2016 से 2019 तक किसने उठाया। अनुमान के मुताबिक करीब 27 लाख रुपये के चावल का घोटाला सीधे-सीधे दिख रहा है, जांच के बाद यह राशि और भी बढ़ सकती है। इसकी वजह है कि अब भी पोटका में सबर परिवार के नाम से जो कार्ड दिखाए जा रहे हैं, वह भी वास्तविक संख्या से ज्यादा है।
गरीब कल्याण अन्न योजना में इस बार ढाई किलो मिलेगा अनाज : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लाभुकों को नवंबर का अनाज पांच की जगह ढाई किलोग्राम दिया जाएगा। झारखंड खाद्य व असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड ने नवंबर के लिए 72,376.115 मीट्रिक टन खाद्यान्न का आवंटन किया है, जो वांछित आवंटन का आधा है। इसी वजह से नवंबर का खाद्यान्न प्रत्येक लाभुक को पांच की जगह ढाई किलोग्राम वितरित करने का निर्देश दिया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले में इस योजना के तहत 16 लाख 61 हजार लाभुक हैं।