आत्महत्या को रोकने के लिए नाटक की प्रस्तुति की छात्रों ने
साकची स्थित दयानंद पब्लिक स्कूल में आत्महत्या निवारण कार्यक्रम का आय
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : साकची स्थित दयानंद पब्लिक स्कूल में आत्महत्या निवारण कार्यक्रम का आयोजन स्कूल कमेटी द्वारा करवाया गया। इस मौके पर जीवन संस्था से आये चार सदस्यीय टीम ने स्कूल के बच्चों के मन से निराशा नामक शब्द को निकालने व आत्महत्या के बारे में सोचने से परहेज करने के गुर सिखाये। इतना ही नहीं बच्चों को टीम ने बताया कि अगर कोई परेशानी हो तो वे अपने माता-पिता, दोस्त से इस बारे में बात करे। इसका कोई हल जरुर निकलेगा। तनाव से मुक्ति पाने का समाधान आत्महत्या नहीं है। इस मौके पर स्कूल के छठी से बारहवीं कक्षा के छात्रों द्वारा -आत्महत्या रोकने- के प्रयास पर एक नाटक भी प्रस्तुत किया। नाटक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित स्कूल की प्राचार्या स्वर्णा मिश्रा ने छात्र छात्राओं को जीवन के महत्व के बारे में समझाया कि जीवन कितना अनमोल है। मानव जन्म जैसा कोई दूसरा जन्म नहीं है। आत्महत्या करने वाले खुद तो दुनिया छोड़ कर चले जाते हैं लेकिन अपने पीछे रोते बिलखते अपने माता पिता व परिवार को छोड़ जाते है। इसलिए चाहे जितना भी तनाव जीवन में आ जाये जीवन से क्यों न इंसान नाराज हो जाये लेकिन कभी भी आत्महत्या का विचार दिल में नहीं लाना चाहिए। क्योंकि समस्या तो आती जाती रहती है एक दिन सुलझ ही जायेगी।