Jharkhand Politics: सरयू राय ने किसे कहा भगंदर, किसे बताया सर्जन; समझते रहिए झारखंड की राजनीति में ट्वीट-बुझव्वल
इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। भगंदर कौन है फोड़ा कौन है और ऑपरेशन किसका हुआ। अब दर्द किसे हो रहा है। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर खासी चर्चा हो रही है। जानकार लोग समझ भी रहे होंगे लेकिन आम लोग...
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और झारखंड सरकार के पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय आजकल हर दिन कुछ-कुछ घंटे के अंतराल पर ट्विटर-बम फोड़ रहे हैं। इसे पढ़-पढ़कर लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। ऐसा ही एक ट्वीट सरयू राय ने शनिवार रात को फोड़ा था, जिसमें कहा था कि ‘शरीर का फोड़ा दवा से ठीक न हो तो उसका ऑपरेशन होता है, नहीं तो भगंदर बन जाता है। चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के दबाव पर एक दवा दी, पर फोड़ा ने अपना भी और झारखंड भाजपा का भी बेड़ा गर्क कर दिया। शुक्र है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑपरेशन कर दिया। दर्द बर्दाश्त करें, चीखने से जगहंसाई होगी’।
अब इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। भगंदर कौन है, फोड़ा कौन है और ऑपरेशन किसका हुआ। अब दर्द किसे हो रहा है, राजनीतिक हलकों में इसे लेकर खासी चर्चा हो रही है। जानकार लोग समझ भी रहे होंगे, लेकिन आम लोगों को यह पता लगाना कठिन हो रहा है कि ये बातें किसके लिए कही जा रही हैं। बहरहाल, इतना तो तय है कि समय के साथ इन बातों का खुलासा भी हो जाएगी, तब तक धैर्य रखिए और इस ट्वीट में कही गई बातें भी याद रखें।
शरीर का फोड़ा दवा से ठीक न हो तो उसका ऑपरेशन होता है,नहीं तो वह भगंदर बन जाता है.चुनाव आयोग ने @yourBabulal के दबाव पर एक दवा दी.पर फोड़ा ने अपना भी और @BJP4Jharkhand का भी बेड़ा गर्क कर दिया. शुक्र है कि @HemantSorenJMM ने ऑपरेशन कर दिया.दर्द बर्दाश्त करें,चीखने से जगहँसाई होगी.— Saryu Roy (@roysaryu) May 29, 2021
अपने घर को खाने वाली डायन कौन है
सरयू राय ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा है कि ‘डायन भी एक घर छोड़ देती है, पर इन्होंने तो अपना घर भी नहीं छोड़ा। केंद्र की मदद से आठ जिलों में कार्यालय बने। भारी भरकम बिल दिल्ली चला गया। सरकार बदली, केंद्र ने मापी करवाया। सभी कार्यालय भवनों में 700-800 वर्गफीट क्षेत्रफल कम निकला। पोल खुल गई, बिल में कटौती हो गई, फिर भी इनका बचाव’। अब इस ट्वीट में सरयू राय ने किसकी ओर इशारा किया है, यदि आप राजनीति को बहुत नजदीक से जानते-समझते होंगे, तभी समझ पाएंगे। वरना कयास लगाते रहिए।
डायन भी एक घर छोड़ देती है.पर इन्होंने तो अपना घर भी नहीं छोड़ा. केन्द्र की मदद से 8 ज़िलों में कार्यालय बने.भारी भरकम बिल दिल्ली गया.सरकार बदली, केन्द्र ने मापी करवाया. सभी कार्यालय भवनों में 700-800 वर्गफीट क्षेत्रफल कम निकला. पोल खुल गई. बिल में कटौती हो गई. फिर भी इनका बचाव ?— Saryu Roy (@roysaryu) May 29, 2021
सत्ता शीर्ष पर बैठे व्यक्ति अक्सर भूल जाते हैं कि “मूर्ख एवं स्वार्थी दोस्त बुद्धिमान एवं निःस्वार्थी दुश्मन की अपेक्षा अधिक नुक़सानदेह होते हैं.— Saryu Roy (@roysaryu) May 30, 2021
मेरे अनाम ट्विट को @BJP4Jharkhand अपने उपर न ले.यह पद के मद में की गई कारस्तानी का बखान है.न केवल भवनों का एरिया बढ़ाकर दिखाया,बल्कि निर्माण का रेट भी दोगुना लिया.1000-1200 की जगह अपना ही घर बनाने के लिये 2500 वर्ग फीट के रेट पर भुगतान लिया.दूध में मक्खी हैं ये,चाहे जिसके भी हों.— Saryu Roy (@roysaryu) May 31, 2021